साउथैम्पटन. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अफगानिस्तान के खिलाफ भारत के बल्लेबाजी प्रदर्शन पर निराशा जताई है। सचिन ने मध्यक्रम पर निशाना साधते हुए कहा कि महेंद्र सिंह धोनी और केदार जाधव के बीच साझेदारी काफी धीमी रही। टीम ने स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ खेले 34 ओवर में सिर्फ 119 रन बनाए। ऐसा लग रहा था कि दोनों में सकारात्मक इरादों की कमी थी।
सचिन ने मैच खत्म होने के बाद एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, “मुझे मैच में काफी निराशा हुई। यह काफी बेहतर हो सकता था। 30वें ओवर में विराट के आउट होने से लेकर 45वें ओवर तक हमने ज्यादा रन नहीं बनाए। हर ओवर में 2 से 3 डॉट बॉल खेली गईं। मध्यक्रम के बल्लेबाजों को इससे पहले के मैचों में ज्यादा मौके नहीं मिले थे, जिससे उन पर दबाव बन गया। हालांकि, उन्हें सकारात्मक इरादे से खेलना चाहिए था।
बीच के ओवरों में धीमा रहा टीम का रन रेट
अफगानिस्तान के खिलाफ शनिवार को हुए मैच में भारतीय टीम ने स्पिनरों के सामने कुल 5 विकेट गंवाए। टीम 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर सिर्फ 224 रन बना पाई। धोनी और जाधव ने पांचवे विकेट के लिए 84 गेंदों पर 57 रन की साझेदारी की। इस दौरान पार्टनरशिप में धोनी ने 36 गेंद पर 24 रन, जबकि जाधव ने 48 गेंद पर 31 रन का योगदान दिया। इससे बीच के ओवरों में टीम का रन रेट काफी नीचे रहा।
‘सीनियर खिलाड़ी को संभालनी थी स्थिति’
सचिन ने इशारों में धोनी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “जाधव ने इस मैच से पहले ज्यादा बल्लेबाजी नहीं की थी। ऐसे में उस पर काफी दबाव था। किसी सीनियर खिलाड़ी को आगे आकर स्थिति को अपने नियंत्रण में लेना था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जाधव और धोनी दोनों उस स्ट्राइक रेट पर बल्लेबाजी नहीं कर पाए, जिसकी जरूरत थी या जो वो चाहते थे।”
फैंस ने उड़ाया बीसीसीआई का मजाक
मैच के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई ने टीम की जीत की खुशी जताते हुए ट्वीट किया, “हम और आगे बढ़ गए। टीम इंडिया की अफगानिस्तान पर 11 रन की धमाकेदार जीत।” हालांकि, फैंस ने इसे अफगानिस्तान का बेहतर प्रदर्शन बताते हुए धमाकेदार शब्द पर सवाल उठाए। एक फैन ने लिखा, “यह कोई धमाकेदार जीत नहीं थी। खासकर उस टीम के खिलाफ जिसने आखिरी ओवर तक आपको थामे रखा।”