बेंगलुरु. कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने शुक्रवार को यादगिर जिले के गुरमिटकल में गांव में रुकने का कैम्पेन ग्राम वास्तव्य 2.0 शुरू किया। यहां कुमारस्वामी एक स्कूल में जमीन पर लगे बिस्तर में सोते नजर आए। मुख्यमंत्री ने उन रिपोर्ट्स को खारिज किया, जिसमें उन्हें गांवों में 5-स्टार सुविधाएं मिलने की बात कही जा रही थी।
कुमारस्वामी ने एक गांव में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘5-स्टार सुविधाएं क्या होती हैं? मैं तो सड़क पर भी सोने के लिए तैयार हूं। मैं विपक्ष से पूछना चाहता हूं कि क्या मुझे जरूरी सुविधाएं लेने का भी हक नहीं। ऐसे में मैं रोज काम कैसे करूंगा। एक छोटा बाथरूम जरूर बनवाया गया है। मैं उसे (बाथरूम को) अपने पीछे लटकाकर नहीं घूम सकता।’’ कुमारस्वामी का बयान उस वक्त आया जब कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि मुख्यमंत्री को गांवों में लग्जरी सुविधाएं मिल रही हैं।
‘वॉल्वो से नहीं, साधारण बस से गांवों में घूम रहा’
कुमारस्वामी ने सफाई दी- मैं गांवों में बच्चों की मदद करूंगा। मैं यहां वॉल्वो (लग्जरी बस) से नहीं, बल्कि साधारण बस से आया हूं। मुझे भाजपा से कुछ सीखने की जरूरत नहीं है। मैं झोपड़ी में भी सो सकता हूं। जब मेरे पिता (एचडी देवेगौड़ा) प्रधानमंत्री थे, तब मैं रूस में ग्रेंड क्रेमलिन पैलेस में सो चुका हूं। मैं जिंदगी में सबकुछ देख चुका हूं।
‘‘मेरे कुछ दोस्त पूछ रहे हैं कि मैं गांव में रुकने का कैम्पेन क्यों चला रहा हूं। वे विधानसभा से काम कर सकते हैं। मैं उनसे यही कहना चाहूंगा कि छलावे के कामों को विपक्ष के लिए रहने दें। मैं हर महीने दो से चार गांवों में जाऊंगा।’’ 2006 में जब कुमारस्वामी पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, तब वे ग्रामीणों के घरों में जाकर रुकते थे।
कुमारस्वामी के दौरे को लेकर जेडीएस ने ट्वीट किया, ‘‘मुख्यमंत्री ग्रामीणों की मदद करना चाहते हैं। वे बीएस येदियुरप्पा की तरह नहीं हैं। कुमारस्वामी घर का बना खाते हैं, न कि किसी महंगी होटल से बुलाकर। वे (कुमारस्वामी) ट्रेन से सफर करते हैं। चैरिटी घर से ही शुरू होती है। बीते 5 साल में नरेंद्र मोदी ने कितने देशों की यात्रा की?’’
भाजपा का आरोप
जेडीएस के सवाल पर कर्नाटक भाजपा ने ट्वीट किया, ‘‘कुमारस्वामी के गांव के दौरों में उनके खाने, रहने, यात्रा, विज्ञापनों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जमकर पैसा खर्च किया जा रहा है। मुख्यमंत्री यात्राओं में टैक्सपेयर्स का पैसा खर्च कर रहे हैं।’’