पणजी. गोवा एयरपोर्ट पर शनिवार को वायुसेना के लड़ाकू विमान मिग-29K के फ्यूल टैंक के गिरने से आग लग गई थी। एयरपोर्ट पर कुछ समय के लिए विमानों की आवाजाही बंद कर दी गई थी। इंडियन नेवी के प्रवक्ता ने कहा कि लगभग एक घंटे के बाद विमानों का परिचालन फिर से शुरू कर दिया गया है। टेक ऑफ के दौरान तकनीकी खामियों की वजह से फ्यूल टैंक को गिराना पड़ा था।
यह घटना शनिवार दोपहर करीब दो बजे हुई। एयरपोर्ट के मुख्य रनवे के एक हिस्से में आग लग गई थी। मिग-29K के फाइटर जेट का फ्यूल टैंक गिर गया था। हालांकि, जेट सुरक्षित है। लड़ाकू जेट अक्सर अपने साथ फ्यूल टैंक ले जाते हैं, जिन्हें मिशन की जरूरत के अनुसार अलग किया जा सकता है।
विस्तारा के दो विमानों में हुई देरी
नेवी के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने ट्वीट कर विमानों का परिचालन शुरू होने की जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गोवा मुख्य रूप से टूरिज्म पर निर्भर है। इस घटना की वजह से तटीय राज्य में एयरपोर्ट प्रभावित रहा। विस्तारा एयरलाइन ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली और मुंबई जाने वाली उसके दो विमानों में देरी हुई है। दोनों आज शाम पांच बजे उड़ान भरेंगी। अस्थायी रनवे की वजह से विमानों में देरी हुई।
नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ने मिग पर सवाल उठाए थे
गोवा एयरपोर्ट का इस्तेमाल नागरिक और सैन्य दोनों विमानों के लिए किया जाता है। 2016 की रिपोर्ट में रूसी निर्मित नौसैनिक लड़ाकू जेट मिग-29के की विश्वसनीयता पर राष्ट्रीय लेखा परीक्षक, नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ने सवाल उठाए थे। कैग रिपोर्ट में सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों में कई खामियां बताई गईं थीं। 2004 और 2010 में भारत ने 10,500 करोड़ रुपए में 45 फाइटर जेट हासिल किए थे।