डिप्रेशन से जूझ चुके मानव कौल, बोले- काई पो छे की सक्सेस पार्टी के बाद घर जाने तक के पैसे नहीं थे

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बॉलीवुड डेस्क. जॉली एलएलबी 2, तुम्हारी सुलू और बदला जैसी फिल्मों में काम कर चुके मानव कौल ने खुलासा किया है कि वो डिप्रेशन से जूझ चुके हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “हर किसी की जिंदगी में एक लो पॉइंट आता है। मेरी जिंदगी में भी आया था। एक वक्त था, जब मैं गंभीर रूप से डिप्रेशन में था। काई पो छे (2013) की रिलीज के बाद हमारी एक सक्सेस पार्टी हुई और उस वक्त मेरे पास घर जाने के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए मैं पैदल ही चल पड़ा था। यह मेरी जिंदगी का सबसे लो पॉइंट था।”

बुक्स की मदद से डिप्रेशन से बाहर आए मानव

  1. मानव आगे कहते हैं, “उस वक्त मैं शाऊल बिलो (Saul Bellow) जैसे कुछ महान राइटर्स को पढ़ रहा था। इससे मुझे बहुत मदद मिली। साहित्य में बहुत ताकत है। जब एक स्टोरी में घुस जाते हो तो तब सबकुछ भूल जाते हो और अपने बारे में कम ही सोचते हो। यह जरूरी भी है। मैं अपने आपको लिखने, प्ले डायरेक्ट करने और एक्ट में व्यस्त व्यस्त रखने लगा, जो मुझे पसंद था। धीरे-धीरे मैं डिप्रेशन से बाहर आ गया।”
  2. राइटर और स्टेज डायरेक्टर भी हैं मानव

    मानव एक्टर होने के साथ-साथ राइटर और स्टेज दिरेटर भी हैं। वो बुक्स ठीक तुम्हारे पीछे, प्रेम कबूतर, तुम्हारे बारे में और अ नाइट इ द हिल्स लिख चुके हैं। हाल ही में नई दिल्ली के श्रीराम सेंटर में हुए समर थिएटर फेस्टिवल के दौरान मानव की बुक प्रेम कबूतर को प्ले के रूप में पेश किया गया। इसकी खूब सराहना भी हुई। लेकिन मानव की मानें तो वो अपने प्ले नहीं देखते। इसलिए वो प्रेम कबूतर से भी दूर ही रहे। लेकिन लोगों के मुंह से उन्होंने इसकी तारीफ जरूर सुनी।

  3. खुद को आलसी राइटर बताते हैं मानव

    अपनी लेखन कला के बारे में मानव कहते हैं, “मैंने अपनी सहज बुद्धि से लिखता हूं। मैं रास्ता, नियम या जगह को फॉलो नहीं करता, क्योंकि यह कोई जॉब नहीं है। लिखना पसंद है और जब भी मन में कुछ आता है, लिख देता हूं। बस मुझे एक अच्छी कॉफी और बैठने के लिए शांत जगह चाहिए। मैं सुबह के चार बजे, रात के दो बजे और दोपहर में भी लिख सकता हूं। ज्यादा नहीं सोचता… मुझे लगता है कि मैं एक आलसी राइटर हूं।”

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