- CN24NEWS-20/06/2019
- डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने के बाद हॉस्पिटल में उमड़े मरीज, ऑपरेशन पर डेट की चिंता
- ओपीडी से लेकर इमरजेंसी और सर्जरी सब टाइम से हुई
- नई दिल्ली. दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाएं मंगलवार को पटरी पर लौट आईं। एम्स समेत राजधानी के तमाम अस्पतालों में मरीजों को इलाज मिला। ओपीडी से लेकर इमरजेंसी और सर्जरी तक अपने समय के मुताबिक हुईं। हालांकि 4 दिन बाद पूरी तरह खुले अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ नजर आई, जिसके चलते कुछ मरीजों को बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ना। इस सबके बीच ऐसे मरीज अभी भी परेशान हैं जिनकी सर्जरी हड़ताल होने की वजह से टली हैं। कहीं सर्जरी के लिए फिर से वक्त लेने की बात की जा रही है, तो कहीं उन्हें जल्द टाइम देने का प्लान है। कुछ जगह इस बारे में अब तक फैसला नहीं हो पाया है।हॉस्पिटल खुलते ही उमड़ी भीड़| लंबे समय बाद सुचारु रूप से चलीं अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की भीड़ सुबह से ही जुट गई थी। हालांकि कुछ जगह मरीजों की तादाद कम दिखाई दी। देश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान एम्स में इलाज के लिए आए लोगों की लंबी-लंबी लाइनें रहीं। यही हाल सफदरजंग, आरएमएल, जीटीबी जैसे बड़े अस्पतालों में भी रहा। मरीजों की भीड़ लोकनायक अस्पताल में भी थी लेकिन प्रशासन का कहना है कि आम दिनों के मुकाबले मंगलवार को मरीजों की भीड़ कम रही।
अस्पताल का कहना है कि :
एम्स – यहां मरीजों को फिर से सर्जरी की तारीख लेनी पड़ेगी। एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर डी के शर्मा ने बताया कि रद्द हुई सर्जरी के लिए फिर से समय लेना पड़ेगा। यदि उन्हें बीच में डालेंगे तो सारा शेड्यूल खराब होगा और दूसरे मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ किशोर सिंह ने बताया कि जिनकी सर्जरी टली है उन्हें जल्द से जल्द समय दिया जाएगा। एसएमएस के जरिए मरीजों को यह जानकारी दी जाएगी।
आरएमएल – चिकित्सा निदेशक डॉ वी. के. तिवारी ने बताया कि हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द रद्द हुई सर्जरी की जाएं। हमारी कोशिश रहेगी कि आगे की सर्जरी भी ज्यादा डिस्टर्ब न हों इसलिए इमरजेंसी में भी कुछ तय सर्जरी कराएंगे। सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुनील का कहना है कि हमारी कोशिश मरी