चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। शनिवार को कैप्टन ने सरकारी कामकाज में तेजी लाने के लिए 8 सलाहकार ग्रुप बनाए, लेकिन इनमें से किसी में भी नवजाेत सिंह सिद्धू काे शामिल नहीं किया। नए ग्रुप दिए गए टास्क को चार हफ्ते में पूरा कर मुख्यमंत्री काे रिपाेर्ट देंगे। इसी बीच अपना विभाग बदले जाने के विवाद पर सिद्धू रविवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिल सकते हैं।
दरअसल, कैप्टन ने मंत्रीमंडल फेरबदल के दौरान सिद्धू को लोकल बॉडीज डिपार्टमेंट से हटाकर ऊर्जा स्रोत मंत्रालय दिया गया था। इसके बाद से ही सिद्धू नाराज बताए जा रहे हैं। सियासी हलकों में चर्चा है कि लोकल बॉडीज डिपार्टमेंट दोबारा न मिलने पर सिद्धू इस्तीफा दे सकते हैं। वे शुक्रवार को ही लोकल बॉडीज डिपार्टमेंट में अपने प्रदर्शन की रिपोर्ट लेकर दिल्ली पहुंच गए थे।
राहुल के साथ बैठक के बाद तय होगा सिद्धू का भविष्य
उधर, सीएम ऑफिस से मंत्रियों को फरमान जारी हुआ है कि साेमवार काे अपने-अपने विभागाें की जिम्मेदारी संभाल लें। दाे कैबिनेट मंत्रियाें ने भास्कर को बताया कि वे साेमवार काे अपने विभागाें के अफसराें के साथ मीटिंग करेंगे। रविवार दाेपहर 12 बजे राहुल गांधी के साथ नवजोत सिंह सिद्धू की मीटिंग तय है। इस बैठक में सिद्धू का सियासी भविष्य तय हाेगा।
नशा राेकने के लिए बने ग्रुप काे लीड करेंगे सीएम
नशे रोकने के लिए बनाए ग्रुप के प्रमुख सीएम होंगे। बलबीर सिंह सिद्धू, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, विजय इंदर सिंगला, डीजीपी दिनकर गुप्ता व एडीजीपी गुरप्रीत कौर मेंबर होंगे। किसान व खेत मजदूर संबंधी ग्रुप में सुखजिंदर सिंह रंधावा चेयरमैन, गुरप्रीत सिंह कांगड़, साधु सिंह धर्मसोत मेंबर हाेंगे।