मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर में स्थित सरकारी अस्पताल श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) के पीछे शनिवार को मानव कंकाल मिले हैं। यह अस्पताल बिहार में फैले एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) की वजह से चर्चा में है। इस अस्पताल में अब तक 108 बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं, बिहार में शनिवार सुबह तक 173 बच्चे इस बीमारी के चलते जान गंवा चुके हैं।
हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम हाउस के पीछे नर कंकालों के टुकड़े और हड्डियां मिलीं। झाड़ी में एक शव भी मिला। हॉस्पिटल प्रशासन ने इस मामले में जांच कराने की बात कही है। बताया जा रहा है कि अस्पताल कर्मी इन झाड़ियों में लावारिस लाशों को फेंक देते हैं।
इस संबंध में एसकेएमसीएच अधीक्षक डॉ. एसके शाही ने बताया कि पोस्टमॉर्टम विभाग प्रिंसिपल के अधिकार क्षेत्र में है। शव के साथ मानवीय व्यवहार होना चाहिए। मैं इस संबंध में प्रिंसिपल से बात करूंगा और उनसे इस मामले की जांच के लिए कमेटी बनाने के लिए कहूंगा।
130 से ज्यादा बच्चे अभी भी यहां भर्ती
एसकेएमसी हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुनील कुमार शाही ने बताया कि मस्तिष्क ज्वर से पीड़ित 68 बच्चे अभी आईसीयू में एडमिट हैं और 65 बच्चों का इलाज सामान्य वार्ड में चल रहा है। हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस अस्पताल का दौरा किया था।
2012 में हुई थी 120 बच्चों की मौत
एसकेएमसीएच हॉस्पिटल से मिले आकड़ों के मुताबिक, 2012 में इस बीमारी से 120 बच्चों की मौत हुई थी।
साल | भर्ती | मौत |
2010 | 59 | 24 |
2011 | 121 | 00 |
2012 | 336 | 120 |
2013 | 124 | 39 |
2014 | 701 | 90 |
2015 | 75 | 11 |
2016 | 31 | 04 |
2017 | 17 | 11 |
2018 | 14 | 7 |