रामगढ़. नगर परिषद क्षेत्र के मुर्रामकला में शंकर महतो के घर में साेमवार काे बेटी की शादी के दिन ही पिता की हार्ट अटैक से माैत हाे गई। लड़की के पिता की माैत के बाद ग्रामीणाें के अनुराेध पर लड़के के पिता लड़की काे अपने घर लेकर पहुंचे और सादगीपूर्ण तरीके से विवाह की रस्में पूरी करवाई।
मुर्रामकला में यशोदा की शादी को लेकर घर में जोर-शोर से तैयारी चल रही थी। घर को आकर्षक विद्युत सज्जा से सजाया गया था। विवाह के लिए बने मंडप में रीति-रिवाज चल रहे थे। सुबह 8-9 बजे के बीच लड़की के पिता शंकर महतो (55वर्ष) पूजा के लिए फूल ताेड़कर वापस लाैट रहे थे।
घर की देहरी तक पहुंचते ही उन्हें हार्ट अटैक हुआ और वह वहीं गिर पड़े। आनन-फानन में ग्रामीण और परिजन उन्हें तीन डॉक्टराें काे दिखाया, जहां सभी ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शंकर की मौत की खबर के बाद लड़के वालाें सहित पूरे गांव के लोग सदमे में आए गए। गांव में शंकर की मौत के बाद सन्नाटा पसर गया। देखते ही देखते विवाह के लिए बनाया गया पंडाल और घर में किए गए आकर्षक विद्युत सज्जा को खोल दी गई।
लड़की के पिता की असमय मौत की खबर के बाद ग्रामीणों ने लड़के के परिजनों से बातचीत की। ग्रामीणों ने गोला डभातू निवासी विनोद कुमार के पिता प्रेम महतो से अनुरोध किया कि वे शंकर महतो की बेटी यशोदा को ले जाकर अपने ही घर पर विवाह कराएं। जिसपर लड़केवाले राजी हो गए। आनन-फानन में सादे समारोह के दौरान यशोदा का विवाह दिन में ही संपन्न कराया गया। विवाह की रस्में पूरी हाेने के बाद के लड़की के पिता का दाह संस्कार किया गया।
यशोदा शादी के ही दिन सोमवार को बीएड की परीक्षा देने गई थी। वह राधा गोविंद बीएड कॉलेज की छात्रा है। जब वह परीक्षा देकर बाहर आई तो पिता की मौत की जानकारी मिली। उसका रो-रोकर बुरा हाल था।