तालिबान ने अफगानिस्तान पर लगभग पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। इसका सीधा असर भारत के पंजाब प्रदेश के जिला लुधियाना पर भी पड़ा है। क्योंकि कोरोना के कारण बेहद मंदी से गुजर रही हौजरी इंडस्ट्री को तालिबानियों ने एक और झटका दिया है। अफगानिस्तान से सीधा व्यापार प्रभावित हुआ ही है, पाकिस्तान से व्यापार पर भी इसका असर पड़ेगा। अफगानिस्तान पर तालिबान की कार्रवाई से लुधियाना की इंडस्ट्री को 50 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जिससे हौजरी व्यापारी काफी परेशान हैं।
फोन पर खैरियत पूछ रहे व्यापारी
इंडस्ट्री के लोग अफगानिस्तान के अपने व्यापारियों से फोन पर बात कर रहे हैं और उनके स्वास्थ्य व व्यापार संबंधी जानकारियां सांझा कर रहे हैं। शहर में नेटवेयर क्लब के अध्यक्ष विनोद थापर का कहना है कि यह हमारा फर्ज बनता है कि जो व्यापारी हमारे पास रुटीन में आता है, उसका कुशल मंगल पूछा जाए।
हर साल आते हैं अफगानी
अफगानिस्तान से इस समय बहुत से व्यापारी लुधियाना आते हैं और गर्म कपड़े की खरीद फरोख्त करते हैं। उनमें से एक अली मोहम्मद हैं। माल तो वह फोन पर भी बुक करवा सकते हैं और हम भेज भी देते हैं। वह पुरानी पेमेंट कर देते हैं और नया माल ले जाते हैं। अफगानिस्तान में शाल और गर्म कपड़ों की डिमांड लुधियाना से रहती है। वह बेहद कम दाम वाले शाल और गर्म कपड़ा यहां से खरीदते हैं और करीब 50 करोड़ रुपए का कारोबार यहां से होता है।
पाकिस्तान भी माल भेजते हैं अफगान व्यापारी
बताया जा रहा है कि बहुत से अफगानी लुधियाना से माल खरीदकर पाकिस्तान में भेजते हैं। क्योंकि पाकिस्तानी व्यापारी सीधे खरीद नहीं करते। इस कारण अकेले अफगानिस्तान से ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य दूसरे मुल्कों से भी व्यापार पर असर पड़ा है। जाहिर-सी बात है कि चीन और पाकिस्तान तालिबान का समर्थन कर रहे हैं तो वह वहां के सामान को अफगानिस्तान में बेचने की इजाजत देंगे। इसका असर भी लुधियाना की इंडस्ट्री पर पड़ेगा।
हम मायूस हैं, मगर आसमंद भी
मैंने अपने कुछ व्यापारियों से वीडियो कॉल के जरिए बात की है। उनका कहना है कि अभी तो उन्हें भी पता नहीं चल पा रहा आगे होगा क्या। व्यापार तो छोड़िए, हमें अपनी जान के लाले पड़े हुए हैं। हमने भी उन्हें कहा है कि वह अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें। अगर हालात सुधरते हैं तो आस है कि कारोबार चलेगा। कोरोना के बाद यह दूसरा बढ़ा झटका हौजरी इकाई को लगा है।