सौराष्ट्र के समुद्र तट ड्रग माफिया के लिए पसंदीदा और आसान रास्ता बनता जा रहा है। हाल ही में वेरावल बंदरगाह पर पुलिस ने 350 करोड़ रुपये मूल्य की 50 किलोग्राम हेरोइन की खेप के साथ नौ लोगों को हिरासत में लिया है। जांच के दौरान ड्रग्स का कनेक्शन पाकिस्तान और ईरान से होने की जानकारी मिली है।
गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी
गिर सोमनाथ के एसपी मनोहर सिंह जडेजा को सूचना मिली थी कि वेरावल बंदरगाह में ड्रग्स की एक बड़ी खेप उतारी जानी है। जिसके बाद देर रात वेरावल बंदरगाह से 350 करोड़ रुपये मूल्य की 50 किलोग्राम हेरोइन की खेप बरामद की गई। इस बीच, द बीहाइव से मछली पकड़ने वाली नाव में ड्रग्स आने की सूचना पर छापा मारा गया और जामनगर के दो लोग को गिरफ्तार किया गया।
जामनगर के दो मुस्लिम लोगों से पूछताछ की गई। इस दौरान आरोपियों ने मछली पकड़ने वाली नाव से ड्रग्स की डिलीवरी लेने की बात कबूल की थी। इसके आधार पर पुलिस ने मछली पकड़ने वाली नाव का तंडल समेत नौ लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
नाव से पहुंचाए जाते थे ड्रग्स
गिरफ्तार किए गए नौ लोगों से पूछताछ के दौरान पता लगा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान से एक नाव के जरिए ड्रग्स पहुंचाई गई थी। गहन जांच और पूछताछ के बाद मछली पकड़ने के साथ-साथ सौराष्ट्र में ड्रग्स की तस्करी की साजिश का भी खुलासा हुआ है।
ईरान से पाकिस्तान के रास्ते पहुंचा ड्रग्स
जामनगर से ड्रग्स की डिलीवरी लेने आए दो लोगों से पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि हेरोइन की मात्रा ईरान से पाकिस्तान के रास्ते भारत में तस्करी कर लाई गई थी। पुलिस ने इस मामले में अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने सभी आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं, जिनमें जमनारंग के दो व्यक्ति भी शामिल हैं। इनकी कॉल डिटेल के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है।
एक साल में 6500 करोड़ रुपये का नशीला पदार्थ जब्त
गुजरात का तट ड्रग तस्करों के लिए सॉफ्ट लैंडिंग पॉइंट है और पिछले साल 6500 करोड़ रुपये की ड्रग्स और हेरोइन जब्त की गई थी। इससे पहले कच्छ, जामनगर, द्वारका जिले और दक्षिण गुजरात में मुंद्रा बंदरगाह से ड्रग्स की भारी मात्रा जब्त की गई थी। वहीं, वेरावल बंदरगाह का इस्तेमाल पहली बार नशीली दवाओं की तस्करी के लिए किया गया लगता है।