- SCBA कोष से 10 लाख रु देने की पेशकश
- कोर्ट में सभी को टीके लगवाने का निर्देश
सुप्रीम कोर्ट के 6 जजों को स्वाइन फ्लू हो गया है. जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इस गंभीर मुद्दे पर मंगलवार को चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) अध्यक्ष दुष्यंत दवे से बातचीत की. दवे ने बात में बताया कि चीफ जस्टिस सुप्रीम कोर्ट में स्वाइन फ्लू को लेकर काफी चिंतित हैं. उन्होंने कोर्ट में सभी लोगों को टीके लगवाने का सुझाव दिया है.
एससीबीए ने ऐसे वकील/कर्मचारियों को सुविधा देने के लिए सहायता के रूप में 10 लाख रुपये देने की पेशकश की है जो टीका नहीं लगवा सकते. एक टीके का खर्च 1200 रुपये है. बुधवार तक सुप्रीम कोर्ट में डिस्पेंसरी खोलने का निर्देश दिया गया है. इसी के साथ भारत सरकार ने जजों और वकीलों की मदद में एच1एन1 बीमारी से लड़ने के लिए टीका केंद्र शुरू करने का प्रस्ताव रखा है. अब तक सुप्रीम कोर्ट के 6 जजों को स्वाइन फ्लू होने की खबर है. चीफ जस्टिस ने कहा है कि 1 या 2 दिन में टीकाकरण के लिए इंतजाम कर दिया जाएगा. इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी किया जाएगा.
एससीबीए के अध्यक्ष दवे ने कहा कि इस टीके पर 1200 रुपए प्रति व्यक्ति लागत आएगी. इससे पहले जस्टिस चंद्रचूड़ ने पुष्टि की है कि 6 जज H1N1 वायरस से पीड़ित हैं. उन्होंने चीफ जस्टिस से सुप्रीम कोर्ट में काम करने वाले व्यक्तियों के टीकाकरण के लिए निर्देश जारी करने को कहा. बाद में चीफ जस्टिस ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एससीबीए अध्यक्ष के साथ बैठक बुलाई. यहां तक कि जस्टिस संजीव खन्ना कोर्ट में मास्क पहनकर मामलों की सुनवाई करते दिखे.
बता दें, देश के कई इलाकों में स्वाइन फ्लू की मार देखी जा रही है. हालांकि कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा नहीं देखा गया है लेकिन स्वाइन फ्लू के कई मामले सामने आ रहे हैं. कश्मीर में हालत ज्यादा खराब है. अधिकारियों ने कहा है कि श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएमएस) में अभी तक 18 लोगों को स्वाइन फ्लू की दिक्कत के साथ भर्ती किया गया है. एसकेआईएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. फारूक जन ने कहा, एच1एन1 इंफ्लुएंजा (स्वाइन फ्लू) को लेकर 1,250 लोगों के परीक्षण किए जा चुके हैं, जिनमें से 18 मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.