एयर इंडिया ने 17 नवंबर से अपनी उड़ानों में एक महत्वपूर्ण बदलाव करने का फैसला किया है। इस बदलाव के तहत, हिंदू और सिख यात्रियों को परोसा जाने वाला नॉन-वेज भोजन अब हलाल प्रमाणित नहीं होगा। पहले भोजन का नाम ‘मुस्लिम मील’ था, लेकिन इस पर विवाद होने के बाद इसे बदलकर ‘स्पेशल मील’ कर दिया गया है। अब हलाल प्रमाणित मील का विकल्प मुस्लिम यात्रियों और इसे पसंद करने वाले अन्य यात्रियों के लिए उपलब्ध रहेगा, जिसे बुकिंग के समय चयनित किया जा सकता है।

इस नई व्यवस्था की जानकारी एयर इंडिया ने महीने की शुरुआत में एक आंतरिक परिपत्र के माध्यम से सभी संबंधित पक्षों को दी थी। यह निर्णय एयर इंडिया के टाटा समूह की विस्तारा एयरलाइन के साथ विलय के बाद सामने आया है।
परिपत्र के अनुसार, “पहले से MOML स्टिकर लगे भोजन को ‘स्पेशल मील’ माना जाएगा। हलाल प्रमाणपत्र केवल MOML मील के लिए ही दिया जाएगा।” सऊदी के विशेष क्षेत्रों में सभी मील्स हलाल प्रमाणित होंगे, विशेष रूप से हज और जेद्दा, दम्मम, रियाद, और मदीना की उड़ानों में यह सुनिश्चित किया गया है।