अमेरिका : मुलर गवाही देने के लिए तैयार, जनता को बताएंगे कैसे रूस ने ट्रम्प को चुनाव जिताने में मदद की थी

0
84

वॉशिंगटन. अमेरिका के विशेष अधिवक्ता रॉबर्ट मुलर 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल की अपनी रिपोर्ट पर गवाही देने के लिए तैयार हो गए हैं। वह 17 जुलाई को हाउस ज्यूडिशियरी एंड इंटेलिजेंस कमेटी के सामने पेश होने से पहले जनता के सामने अपनी बात रखेंगे। कमेटी के चेयरमैन एडम शिफ ने बुधवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी।

मुलर ने तैयार की थी 448 पेज की रिपोर्ट

  1. एडम ने ट्वीट किया, ‘रूस ने ट्रम्प को जिताने के लिए अमेरिका के लोकतंत्र पर हमला किया। ट्रम्प ने उसकी मदद का स्वागत करते हुए इस्तेमाल भी किया। जैसा कि मुलर ने कहा उन्हें (ट्रम्प) हर अमेरिकी की चिंता करनी चाहिए और अब यह हर अमेरिकी को सीधे मुलर से सुनने को मिलेगा।’
  2. 448 पेज की रिपोर्ट में 74 वर्षीय मुलर ने कहा- ”रूसी सेना के अधिकारियों ने डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की थी।” 18 अप्रैल को यह रिपोर्ट कानून मंत्रालय को सौंप दी गई थी। हालांकि, रिपोर्ट के आखिर में उन्होंने लिखा कि रूसी दखल के मामले में पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिल सके हैं।
  3. मुलर की रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि ट्रम्प ने रूसी दखल की जांच को नियंत्रित करने की कोशिश की। उन्होंने मुलर को जांच से हटवाने की भी कोशिश की थी। मुलर न्याय विभाग में पदस्थ थे। वे 2016 के अमेरिकी चुनाव में रूसी दखल के मामले की जांच कर रहे थे। हालांकि उन्होंने मई के अंत में इस पद से इस्तीफा दे दिया।
  4. ट्रम्प ने कहा था- मुझे सत्ता से हटाने की साजिश

    रूसी दखल की जांच को ट्रम्प ने गैर-जरूरी करार देते हुए कहा था कि यह उन्हें सत्ता से बेदखल करने की साजिश है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने कहा कि रिपोर्ट से साफ है कि चुनाव के दौरान कोई साजिश नहीं हुई। कानून मंत्रालय ने भी माना है कि जांच को प्रभावित करने की कोशिश नहीं की गई।

  5. डेमोक्रेट्स ने ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग की मांग की थी

    डेमोक्रेट इस मामले में ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग लाने की बात कह रहे हैं। हालांकि, इस पर डेमोक्रेट सांसद एकमत नजर नहीं आ रहे। नेन्सी पेलोसी संसद में डेमोक्रेट्स का नेतृत्व करती हैं। वे चुनाव से पहले महाभियोग प्रस्ताव लाने में खतरा मान रही हैं। उधर, डेमोक्रेट सांसद जेरी नडलेर भी महाभियोग का जिक्र करने से बचते दिखे। वे संसद की कानूनी समिति के अध्यक्ष हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here