वॉशिंगटन. सोशल नेटवर्किंग कंपनी ट्विटर ने उसके नियम तोड़ने वाले नेताओं पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। वॉशिंगटन पोस्ट ने गुरुवार को ट्विटर के हवाले से लिखा- कंपनी उन नेताओं और सरकारी अधिकारियों के ट्वीट डाउन करेगी, जिनकी पोस्ट नियमों के खिलाफ होंगी और उनमें जनहित से जुड़ी कोई बात शामिल न हो। पिछले दिनों अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कंपनी पर उनके ट्वीट की पहुंच घटाने का आरोप लगाया था।
नए नियम चुनाव उम्मीदवारों पर भी लागू होंगे
- ट्विटर की नई पॉलिसी उन चुनाव उम्मीदवारों और सरकारी अधिकारियों पर लागू होगी, जिनके 1 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हों। पिछले दिनों कंपनी ने ब्लॉग में कहा था कि हमने पहले नियमों पर खरे न उतरने वाले ट्वीट्स को हरी झंडी दे रखी थी, क्योंकि वह जनहित से जुड़े थे। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए अब नई पॉलिसी लाई गई है।
ट्विटर ने नई पॉलिसी के लिए टीम बनाई
इसे लागू करने के लिए ट्विटर ने एक स्पेशल टीम बनाई है। जो भद्दी और हिंसक कंटेंट वाले ट्वीट्स को डाउन करेगी। ट्विटर की यह पॉलिसी ऐसे वक्त आई है, जब कंपनी हेट स्पीच, अशब्दों के इस्तेमाल और हिंसक कंटेंट वाले पोस्ट पर लगाम कस रही है।
- हालांकि, राष्ट्रपति चुनावों को देखते हुए पिछले हफ्ते ट्विटर ने कहा था कि वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प समेत अन्य प्रभावशाली नेताओं के ऐसे ट्वीट पब्लिक तक पहुंचाती रहेगी, जो मतदाताओं के हित से जुड़े होंगे।
ट्रम्प ने ट्विटर पर रीच घटाने का आरोप लगाया था
राष्ट्रपति ट्रम्प ने कुछ दिन पहले ट्विटर पर आरोप लगाया था कि कंपनी ने गलत मंशा से उनके ट्वीट्स की रीच (पहुंच) घटा दी है। हालांकि, ट्रम्प या व्हाइट हाउस की ओर से इस बारे में कोई सबूत नहीं दिया गया।