उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड केस के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के रिजाॅर्ट में गुस्साई भीड़ ने आग लगा दी। वहीं भाजपा ने पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य और उनके बेटे अंकित आर्य को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया हैं। अंकित आर्य को उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष के पद से भी कार्य मुक्त कर दिया है। अंकिता मर्डर केस को लेकर राज्य के अलग अलग शहरों में लोगों में गुस्सा है। ऋषिकेश में भीड़ ने यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। जनता के विरोध के बाद यमकेश्वर विधायक शहर से निकल गईं। ऋषिकेश एम्स में अंकिता के शव का पोस्टमार्टम हुआ, जिसे आज सुबह ही नहर से बरामद किया गया।
विनोद आर्य अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित के पिता हैं, जबकि अंकित उसके बड़े भाई हैं। बताया जा रहा है कि रिजॉर्ट के पीछे अचार बनाने की फैक्ट्री है, जो हत्या के आरोपी पुलकित आर्य की ही है। भीड़ ने यहां भी तोड़फोड़ की, फिर फैक्ट्री में आग लगा दी।लोग आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं। इससे एक दिन पहले पुलिस की गाड़ी में सवार आरोपियों को ग्रामीणों ने घेर लिया था और उनकी जमकर मारपीट की थी। घटना का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया में भी वायरल हैं। इससे पहले देर रात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर प्रशासन ने मुख्य आरोपी के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाया।