भोपाल . आखिरकार खेल विभाग के चैंपियन अश्व सिल्वरबेल और जुबैदा (दोनों मादा) को खरीदार मिल ही गया। बीते दिनाें इनकम टैक्स छापाें से चर्चा में अाए अश्विन शर्मा ने साेमवार काे इन चैंपियन घााेडाें के लिए बाेली लगाई। अश्विन ने चैंपियन अश्वाें काे 24-24 हजार रुपए में खरीद लिया। अश्विन के पहुंचते ही दूसरे खरीददाराें ने पहले ही हाथ खड़े कर दिए थे।
बिशनखेड़ी स्थित राज्य घुड़सवारी अकादमी परिसर में सोमवार को दूसरी बार इन दोनों अश्वों की नीलामी रखी गई। इन अश्वों को खरीदने के लिए 13 प्रतिभागियों ने नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा लिया। अश्विन शर्मा ने सबसे ऊंची बोली लगाते हुए दोनों अश्व खरीद लिए। उन्होंने नीलामी के दौरान कहा कि, जबैदा सिर्फ मेरी है और मैं ही उसे लेकर जाऊंगा।
खेल विभाग ने यह दोनों अश्व वर्ष 2010-11 में दिल्ली से खरीदे थे। विभाग ने जुबेदा और सिल्वरबेल को क्रमश: दो और तीन लाख रुपए में खरीदा था। जबकि नीलामी में इनकी बेस प्राइज क्रमश: 19 और 20 हजार रुपए रखी गई। बता दें कि इससे पहले 17 जून को भी इन अश्वों की नीलामी रखी गई थी, लेकिन पर्याप्त खरीदार न होने के कारण इसे रद्द कर दिया गया था। उससे पहले आदर्श आचर संहिता के कारण यह प्रक्रिया आगे बढ़ा दी गई थी।
इसलिए बेचा…क्योंकि दोनों उम्रदराज हो चुके हैं : यह दोनों अश्व अब उम्रदराज हो चुके हैं। इन दोनों की उम्र एक समान 17-17 साल की है। ये दोनों अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पहले जैसा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। इसलिए इन्हें नीलाम किया गया। बता दें कि एक अश्व की औसत आयु 24 साल होती है और वह पांच साल की उम्र से प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने लगता है।
मुझे घुड़सवारी का शाैक है, पहले से ही मेरे पास दाे घाेड़े हैं। दोनाें ही गोल्ड मेडलिस्ट हार्स हैं और उनकी उम्र उतनी ज्यादा भी नहीं है। मुझे घुड़सवारी का शौक है और मेरे बच्चे भी पसंद करते हैं। इसलिए लिए मैंने दोनों घोड़े खरीद लिए। मेरे फार्म हाउस में एक घोड़ा बादल पहले से ही है। जिस पर मैं हफ्ते में एक बार दो घंटे की राइड करता हूं। इसके लिए मैंने ट्रेनर भी रखा है। नीलामी में जुबैदा से मुझे पहली ही नजर में प्यार हो गया था इसलिए मैंने उसे खरीदने का मन बना लिया। मैं उसे हर कीमत पर खरीद लेता। अश्विन शर्मा, खरीदार