रामपुर. समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद आजम खान पर जमीन हथियाने के 26 मामलों के बाद अब एक और करोड़ों रुपए के जमीन घोटाले में फंस गए हैं। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने उनको रामपुर में लग्जरी रिसॉर्ट हमसफर के लिए सरकारी जमीन कब्जाने को लेकर नोटिस जारी किया गया है। जिला प्रशासन ने सरकारी जमीन के एक बड़े टुकड़े को कब्जाने के संबंध में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। इस जमीन पर गेस्ट हाउस का निर्माण किया गया है।
जौहर यूनिवर्सिटी में सरकारी व किसानों की जमीनें कब्जाने के आरोपों के बाद अब आज़म खान की निजी संपत्ति ‘हमसफर रिसॉर्ट’ पर सिंचाई विभाग के नाले को कब्जा कर लेने का गंभीर आरोप लगा है। जांच में सही पाए जाने पर सिंचाई विभाग ने आजम खान को नोटिस जारी किया है।
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता नवीन कुमार से इस बारे में बताया कि पसियापुर शुमाली गांव के एक व्यक्ति सहादत खान ने एक शिकायत की थी के सिंचाई विभाग की किसी जमीन पर अतिक्रमण है। हमने अपने स्टाफ से उस जगह का मौका मुआयना कराया। उस जगह की नापतौल करायी गई।
उन्होंने बताया कि उस जगह की जांच कराने के बाद यह तथ्य सामने आया कि वहां पर एक बड़कुसिया नाले का निर्माण कराया गया था। जिसका गाटा संख्या 129 की 1000 वर्ग मीटर जमीन को हमसफर रिसोर्ट की चारदीवारी में डाल लिया गया है। हमने कैनाल एक्ट की धारा के 70 के अंतर्गत नोटिस जारी कर नहर खंड की भूमि कब्ज़ा मुक्त करने को कहा गया है।अगर आज़म खान के रिज़ॉर्ट ने नहर विभाग की भूमि पर कब्ज़ा नही छोड़ा तो प्रशासन को रिजॉर्ट्स की दीवार तोड़कर भूमि को कब्ज़ा मुक्त कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान के खिलाफ सरकारी और गरीब किसानों की कृषि योग्य भूमि हथियाने के सिलसिले में लगातार मामले दर्ज किए जाने के बाद उनको भूमाफिया घोषित किया गया है।
यूनिवर्सिटी के लिए हड़पी पांच हजार हेक्टेअर जमीन
जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर आजम खान और उनके सहयोगी आले हसन पर 26 किसानों की पांच हजार हेक्टेयर जमीन हड़पने का आरोप है। इस मामले में उनके खिलाफ कई केस दर्ज हो चुके हैं। आरोप है कि आजम खान और उनके करीबी हसन ने किसानों से जमीन हड़प ली और इसका उपयोग करोड़ों की मेगा परियोजना मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण में किया।