यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। योगी के कई काम यूपी के अलावा एमपी, गोवा और दूसरे राज्यों में भी अपनाए जा रहे हैं। योगी से प्रभावित हुए एक युवा संत अब आदित्यनाथ का मंदिर बनवाएंगे। यूपी की सीमा से सटे निवाड़ी जिले के टेहरका गांव में योगी आदित्यनाथ के मंदिर निर्माण का काम दीपावली से शुरू होगा। मंदिर निर्माण कराने वाले भी योगी आदित्यनाथ के अनुयायी हिन्दू सत्यनाथ हैं। निवाड़ी जिले के टेहरका के रहने वाले सत्येन्द्र चतुर्वेदी ने भोपाल के एलएनसीटी से एमबीए किया। वे अपने मित्रों के साथ गोरखपुर मेले में जाया करते थे। यहां वे योगी आदित्यनाथ से इतने प्रभावित हुए कि फरवरी 2016 में उन्होंने वैराग्य धारण कर योगी आदित्यनाथ की तरह जिन्दगी गुजारने का फैसला कर लिया। हालांकि अधिकारिक तौर पर उन्होंने रामनवमीं के दिन 5 अप्रैल 2017 को वैराग्य ग्रहण किया। सत्येन्द्र चतुर्वेदी के वैराग्य धारण करने के बाद उनका नाम हिन्दू सत्यनाथ हो गया। सत्यनाथ ने योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने तक चप्पल न पहनने का संकल्प ले लिया। सत्यनाथ ने दैनिक भास्कर को बताया कि हाल ही में अयोध्या में एक योगी भक्त ने उनका मंदिर बनवाया, लेकिन वह जमीन विवाद के कारण विवादों में घिर गया और योगी जी की प्रतिमा वहां से गायब कर दी गई। इस घटना से मन आहत हुआ और ये फैसला किया कि निवाड़ी जिले के टेहरका में हम अपनी पैतृक भूमि पर बने आश्रम में ही योगी जी का मंदिर बनवाएंगे।
हिन्दू सत्यनाथ ने बताया योगी मंदिर का निर्माण करीब 20 फीट चौड़ाई और 12 फीट ऊंचाई का बनेगा। इसमें स्थापित होने वाली प्रतिमा बनाने वाले कारीगर जयपुर से बुलवाए जाएंगे। जो यहीं हूबहू योगी जैसी प्रतिमा बनाएंगे। एक साल में यह मंदिर निर्माण का काम पूरा हो जाएगा और 2024 की दीपावली को योगी आदित्यनाथ को इसके लोकार्पण के लिए आमंत्रित किया जाएगा। हिन्दू सत्यनाथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के पदचिन्हों पर चलने के लिए उनके जैसे भगवा वस्त्र धारण करते हैं। जमीन पर सोते हैं। हर चुनाव में गोरखपुर चुनाव प्रचार के लिए जाते हैं। सत्यनाथ को बुन्देलखंड योगी के नाम से लोग बुलाने लगे हैं। टेहरका के सत्यनाथ आश्रम में बनने वाले योगी आदित्यनाथ मंदिर में यूपी के सीएम योगी की जीवनी और उनके द्वारा किए गए कामों को पत्थरों पर लिखा जाएगा। बुल्डोजर मॉडल, माफियाओं पर कार्रवाई जैसे कामों की जानकारी के शिलालेख लगवाए जाएंगे।