बिहार में हो रहे सियासी संग्राम पर आरजेडीके पूर्व अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव भी पैनी नजर बनाए हुए हैं. सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि लालू यादव इस पूरे घटनाक्रम को बहुत अच्छे तरीके से देख रहे हैं लेकिन जो भी क्रिया या प्रतिक्रिया होगी वो तेजस्वी यादव देंगे. इसके अलावा जेडीयू की एक मीटिंग हुई है. इस बैठक में पार्टी के सभी विधायक और सांसदों को बुलाया गया. इस सभी विधायकों और सांसदों ने नीतीश कुमार के फैसले का स्वागत किया है.विधायकों और सांसदों ने नीतीश कुमार का समर्थन करते हुए कहा है कि वो जो भी निर्णय लेगें हम उनके साथ हैं. तो वहीं महागठबंधन की भी एक बैठक हुई है जिसमें आरजेडी के विधायकों और सांसदों ने तेजस्वी यादव को निर्णय लेने की छूट दी है. इन लोगों ने कहा है कि वो तेजस्वी यादव के साथ हैं. वहीं, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के विधायकों ने पहले ही कह दिया कि वो तेजस्वी यादव के साथ हैं.
ये तो साफ ही हो गया है कि बिहार में बीजेपी और जेडीयू के बीच गठबंधन टूट गया है. इसके बाद आज शाम 4 बजे नीतीश कुमार राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और अपना इस्तीफा देंगे. इन सब के बीच नीतीश कुमार का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया और जेडीयू को खत्म करने की साजिश रची है.सूत्रों के मुताबिक किसी एक घटना की वजह से नहीं बल्कि पिछले साल डेढ़ साल में जिस तरह से बीजेपी और जेडीयू अलग-अलग मुद्दों पर आमने सामने आए हैं वह सभी इस दूरी को बढ़ाते चले गये हैं. हाल फिलहाल की घटनाओं की बात की जाए तो पहले स्पीकर के साथ नीतीश की कहा सुनी, उसके बाद अग्निपथ योजना के दौरान बीजेपी नेताओं के द्वारा नीतीश पर सवाल उठाना और बाद में उनमें से तमाम नेताओं को केंद्रीय सुरक्षा प्रदान करना. मतलब साफ है कि एक-एक कर तमाम ऐसे मुद्दे रहे हैं जिसकी वजह से बीजेपी और जेडीयू के बीच में दूरी बढ़ती चली गई. हालांकि कोशिश जरूर की गई कि इस दूरी को पाटा जा सके लेकिन ऐसा हो नहीं सका.