भाजपा नेताओं ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के विरूद्ध किया मोर्चा

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दिल्ली परिवहन निगम द्वारा 1000 डीटीसी लो फ्लोर बसों की खरीद मामले में जांच कमेटी बैठाने के विरोध में दिल्ली के भाजपा नेताओं ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के विरूद्ध ही मोर्चा खोल दिया है। बस घोटाले में शनिवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल, भाजपा विधायक ओपी शर्मा, पूर्व मेयर जय प्रकाश सहित अन्य भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने आईटीओ पर मामले की जांच सीबीआई से करने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।

उसके बाद सचिवालय के तरफ कूच किया, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहीं रोक लिया। विजय गोयल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के विरूद्ध मोर्चा खोलते हुए कहा कि इस मामले में एंटी करप्शन ब्रांच, विजिलेंस और परिवहन विभाग के सचिव ने भी अपनी जांच में बस खरीद में भ्रष्टाचार की बात कही है। इसलिए उपराज्यपाल द्वारा गठित कमेटी का कोई मतलब नहीं है उन्हें तुरंत इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश देना चाहिए।

बता दें कि इस मामले में सवाल उठने के बाद दिल्ली सरकार ने इस खरीद की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। जिसके बाद उपराज्यपाल ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। विजय गोयल ने कहा कि इस कमेटी की जांच कोई मायने नहीं रखती। हम चाहते हैं कि की सीबीआई जांच हो और जब तक यह जांच नहीं होती, तब तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा दें।

सात साल में कम हो गईं 3000 बसें, एएमसी को लेकर भी सवाल

प्रदर्शन के दौरान पूर्व महापौर जयप्रकाश और विश्वास नगर से विधायक ओपी शर्मा भी शामिल रहे। पूर्व महापौर जय प्रकाश ने कहा कि केजरीवाल सरकार के सात साल के शासनकाल में डीटीसी के बेड़े से 3000 बसें कम हो गईं। और जब 1000 बसें आने को थीं तो इसमें भ्रष्टाचार हो गया।

वहीं ओपी शर्मा ने कहा कि हमने दिल्ली विधानसभा में भी इसे लेकर सवाल उठाया था। 1000 लो फ्लोर बसों की खरीद मामले में भाजपा एनुअल मेंटेनेंस को लेकर सवाल उठा रही है। 890 करोड़ रुपये की इस खरीद में 350 करोड़ एनुअल मेंटेनेंस के रूप में दिए जाने की बात थी। जबकि, ये बसें तीन साल की वारंटी के साथ मिलने वाली थीं। इसे लेकर ही भाजपा सवाल उठा रही है कि जब बसें तीन साल की वारंटी पर आ रही हैं, तो फिर शुरू दिन से ही एनुअल मेंटेनेंस के नाम पर पैसे देने का क्या मतलब है।

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