नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। इसमें पेट्रोल-डीजल पर स्पेशल एक्साइज ड्यूटी एक रुपए और रोड-कंस्ट्रक्शन सेस एक रुपए प्रति लीटर बढ़ाने का ऐलान किया गया। इसके अलावा सोने पर भी कस्टम ड्यूटी 10% से बढ़ाकर 12.5% कर दी गई। सीतारमण ने कहा, “कच्चे तेल के दाम पिछले कुछ समय में कम हुए हैं। इससे हमें पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी और सेस की समीक्षा करने का मौका मिला।”
अब तक पेट्रोल पर 17.98 रुपए और डीजल पर 13.83 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी थी। अब इसे एक रुपए बढ़ाया गया है। इसी तरह रोड और कंस्ट्रक्शन सेस भी एक रुपए प्रति लीटर बढ़ाया गया है। इसके अलावा बेस प्राइज पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी लगाने के बाद लोकल सेल्स टैक्स और वैल्यू ऐडेड टैक्स में भी बढ़ोतरी हुई है। इससे दिल्ली में पेट्रोल 2.50 रुपए और डीजल 2.30 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ गया। दिल्ली में पेट्रोल 70.51 रुपए प्रति लीटर है, जो आधी रात से बढ़कर 73.01 रुपए प्रति लीटर हो जाएगा। वहीं, डीजल 64.33 रुपए प्रति लीटर है, जो बढ़कर 66.63 रुपए प्रति लीटर हो जाएगा।
कच्चे तेल के दामों का असर पेट्रोल-डीजल पर नहीं पड़ा
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने के बावजूद घरेलू स्तर पर पेट्रोल-डीजल के रेट में ज्यादा इजाफा नहीं हुआ। 1 जनवरी से लेकर अब तक पेट्रोल के रेट में जहां 1.67 रुपए बढ़े, वहीं डीजल में करीब 1.86 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बढ़ोतरी हुई। इस दौरान कच्चे तेल के दाम 53.8 डॉलर प्रति बैरल के अपने न्यूनतम स्तर 9 डॉलर प्रति बैरल पहुंच चुके हैं। अप्रैल में कच्चे तेल की कीमत 75 डॉलर तक चली गई थीं।
बढ़ सकती है महंगाई
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से महंगाई की आशंका बढ़ गई है। देश की अधिकांश परिवहन व्यवस्था डीजल वाहनों पर निर्भर है। डीजल की कीमत बढ़ने से परिवहन लागत बढ़ेगी, जिससे वस्तुओं की कीमत बढ़ेगी।
क्या-क्या महंगा हुआ?
पेट्रोल-डीजल | सिगरेट, हुक्का, तंबाकू | सोना-चांदी |
आयातित कारें | स्प्लिट एसी | लाउडस्पीकर |
वीडियो रिकॉर्डर्स | आयातित किताबें | सीसीटीवी कैमरे |
काजू | आयातित प्लास्टिक | टाइल्स, फ्लोरिंग |
ऑप्टिकल फाइबर | स्टील उत्पाद | आयातित ऑटो पार्ट्स |
अखबार-मैगजीन के कागज | मार्बल स्लैब | फर्नीचर |
क्या-क्या सस्ता हुआ?
इलेक्ट्रिक वाहनों के पुर्जे | सेट टॉप बॉक्स |
कैमरा मॉड्यूल, मोबाइल चार्जर | विदेश में बने रक्षा उत्पादों का आयात |