नई दिल्ली. सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों (एनजीओ) के पास अब पैसे जुटाने के लिए नया माध्यम भी होगा। यह माध्यम शेयर बाजार होगा। अब एक प्राइवेट फर्म की तरह एनजीओ भी खुद को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करा सकेंगे और यहां से पूंजी जुटा पाएंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के नियमों के तहत एक सोशल स्टॉक एक्सचेंज स्थापित करने की योजना का ऐलान किया है। यह सामाजिक कल्याण के उद्देश्यों के लिए काम कर रहे सोशल इंटरप्राइजेस और स्वैच्छिक संगठनों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करने का काम करेगा।
अपने पहले बजट में इस बड़ी योजना का ऐलान करते हुए सीतारमण ने कहा, यह समावेशी विकास से जुड़े सामाजिक कल्याण के उद्देश्यों को पूरा करने का समय है। मैं एक इलेक्ट्रॉनिक फंडरेजिंग प्लेटफॉर्म बनाने की योजना को प्रस्तावित करती हूं, यह एक सोशल स्टॉक एक्सचेंज होगा, जो समाज के उत्थान के लिए काम कर रहे सामाजिक और स्वैच्छिक संगठनों को सूचीबद्ध करने और पूंजी जुटाने में मदद करेगा।
यूरोप, उत्तर-दक्षिण अमेरिकी देशों में भी हैं सोशल स्टॉक एक्सचेंज
सोशल स्टॉक एक्सचेंज, ऐसे संगठनों को इक्विटी, डेट और म्यूचुअल फंड के जरिए पूंजी इकट्ठा करने की स्वीकृति देगा। इस तरह के स्टॉक एक्सचेंज यूके, कनाडा, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, जमैका और केन्या में पहले से स्थापित हैं।