बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) में तकनीकी गड़बड़ी का खामियाजा अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ेगा। आयोग की 13 हजार 120 पदों के लिए हुई प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा में तकनीकी गड़बड़ी के कारण अभ्यर्थियों की कैटेगरी चेंज हो गई जिससे उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिला। 2016 में दोबारा लिए गए आवेदन के डाटाबेस में तकनीकी समस्या के कारण बिहार के अभ्यर्थी भी दूसरे राज्यों की आरक्षित श्रेणी में आ गए जिससे समस्या आई है। रिजल्ट की समीक्षा के दौरान मामला उजागर होने के बाद अब आयोग जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की बात कह रहा है।
तकनीकी कारण से मुख्य परीक्षा से बाहर
2016 में दोबारा लिए गए आवेदन के दौरान डाटाबेस में गड़बड़ी के कारण कई अभ्यर्थी उम्र सीमा में छूट लेने में असफल रहे और मेन्स से बाहर हो गए। परीक्षा की काउंसिलिंग के लिए रिजल्ट की समीक्षा के दौरान ये गड़बड़ी सामने आई। अब सिस्टम के कारण फेल हुए 1218 अभ्यर्थियों के लिए मुख्य परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
अक्टूबर में होगा एग्जाम, नवंबर में आएगा रिजल्ट
बिहार कर्मचारी चयन आयोग का कहना है कि 2016 में रिजर्व कैटगरी के अभ्यर्थियों को बिहार के निवासी के रूप में आरक्षण का लाभ दिया जाना था, लेकिन आवेदन के दौरान तकनीकी गड़बड़ी के कारण आरक्षण कैटगरी में सभी अभ्यर्थियों को आउट ऑफ बिहार बता दिया गया। अब उसे सुधार कर उनकी मुख्य परीक्षा लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अब नवंबर में काउंसिलिंग के लिए रिजल्ट जारी होने की बात कही जा रही है। आयोग का कहना है कि इस गड़बड़ी के लिए जांच कराई जाएगी जिसके बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
4 अक्टूबर तक दे सकते हैं आवेदन
आयोग का कहना है कि डाटाबेस त्रुटियों के कारण प्रारंभिक परीक्षा के परीक्षाफल को संशोधित करने के साथ-साथ 1218 नए अभ्यर्थियों के मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन लिया जाएगा। आयोग का कहना है कि अभ्यर्थियों से 20 सितंबर से लेकर 4 अक्टूबर तक आवेदन लिया जाएगा। मेन एग्जाम अक्टूबर में लिया जाएगा। आयोग का यह भी कहना है कि जल्द ही शारीरिक जांच, माप परीक्षण, टंकण एवं आशुलेखन परीक्षा आयोजित की जाएगी। दावा किया जा रहा है कि सभी टेस्ट और एग्जाम अक्टूबर में पूरे करा लिए जाएंगे, जिससे नवंबर में काउंसिलिंग कराई जा सके।