नई दिल्ली/अहमदाबाद/लखनऊ. गुजरात पुलिस ने नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन में शामिल रहे 8 हजार लोगों पर हत्या की साजिश और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। शुक्रवार को इस मामले में अहमदाबाद से कांग्रेस पार्षद समेत 49 लोगों की गिरफ्तारी हुई। उधर, उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा के मामले में 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर हुई। इनमें समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क और फिरोज खान भी शामिल हैं। वहीं, असम में प्रदर्शन और हिंसा के बाद बंद हुई इंटरनेट सेवा 9 दिन बाद बहाल हुई।
दिल्ली में प्रदर्शन की वजह से कई एयरलाइंस के क्रू मेंबर्स को एयरपोर्ट तक पहुंचने में दिक्कत आ रही है। एयरपोर्ट प्रशासन ने शुक्रवार सुबह बताया कि इस वजह से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआई) से कुछ उड़ानों के परिचालन पर असर पड़ा है। अधिकारियों ने कहा कि दृश्यता कम होने की वजह से 5 फ्लाइट डायर्वट करनी पड़ी, जबकि 12 उड़ानों में देरी हुई। इससे पहले हरियाणा बॉर्डर पर बैरिकेडिंग के कारण दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे पर 10 किमी लंबा जाम लगा था। इसमें कई एयरलाइंस के क्रू मेंबर्स फंस गए, जिसकी वजह से 16 उड़ानों में देरी हुई। इंडिगो को 19 उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं।
हिंसक प्रदर्शन के बाद राज्यों के हालात
दिल्ली
- जुमे की नमाज के बाद नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ जामिया नगर समेत कई जगहों पर प्रदर्शन का ऐलान किया गया है। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने जामा मस्जिद से जंतर मंतर तक मार्च निकालेंगे, हालांकि पुलिस की तरफ से उन्हें इजाजत नहीं मिली। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के 14 में से 12 जिलों में धारा 144 लागू है। हिंसा से निपटने के लिए सीआरपीएफ और आरएएफ की 10 कंपनियां तैनात की गई हैं। कई इलाकों में ड्रोन से नजर रखी जा रही है।
- डीएमआरसी के मुताबिक, राजधानी में आज सभी मेट्रो स्टेशन खुले हैं। गुरुवार को 20 स्टेशनों को करीब 7 घंटे तक बंद रखना पड़ा था। सुरक्षा कारणों का हवाला देकर 10 इलाकों में इंटरनेट सेवाएं भी 4 घंटे बंद रही थीं। पुलिस ने स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव, वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण, शिक्षाविद हर्ष मंदर, छात्र नेता उमर खालिद और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित समेत 1200 लोगों को हिरासत में लिया था। जिन्हें बवाना, नांगलोई और केशवपुरम में बनाई गई अस्थायी जेलों में रखा गया है।
गुजरात
अहमदाबाद के शाह आलम इलाके में नागरिकता कानून का विरोध कर रही भीड़ ने गुरुवार को पुलिस के जवानों पर पथराव किया था। हमले में एक डीसीपी, एक एसीपी समेत 21 पुलिसकर्मी घायल हुए। मामले में 5 हजार लोगों पर ईसनपुर थाने में केस दर्ज किया गया है, जिसमें हत्या की साजिश, पुलिस के काम में रुकावट डालना जैसी धाराएं लगाई गई हैं। शुक्रवार को कांग्रेस पार्षद शहजाद खान समेत 49 लोगों की गिरफ्तारी हुई। वहीं, बनासकांठा के मुख्य हाईवे पर पुलिस की गाड़ी पर हमला करने के मामले में 3022 प्रदर्शनकारियों पर केस दर्ज हुआ है। इनमें से 22 की पहचान कर ली गई है।
उत्तर प्रदेश
बंद के दौरान गुरुवार को लखनऊ और संभल जिले में हिंसा हुई थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग लगा दी थी। संभल में पुलिस ने 17 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। इनमें समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर रहमान बर्क और फिरोज खान भी शामिल हैं।
बिहार: राजद ने नागरिकता कानून के खिलाफ शनिवार को प्रदेश में बंद बुलाया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि यह कानून असंवैधानिक और मानवता विरोधी है। इससे भाजपा का विभाजनकारी चरित्र सामने आ गया है। गुरुवार को बंद के दौरान राज्य के कई जिलों में माकपा कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक और हाईवे जाम किए थे।
असम: सभी जिलों में शुक्रवार को इंटरनेट सेवा बहाल हो गई है। यहां प्रदर्शन और हिंसा के चलते 11 दिसंबर से इंटरनेट पर रोक लगाई गई थी। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा- असम की जनता को भरोसा दिलाता हूं कि भाषा और संस्कृति के आधार पर किसी के अधिकारों का हनन नहीं होगा।