तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर ने सेंट्रल विस्टा के भव्य प्रोजेक्ट की आधारशिला रखने के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा, ‘मैं सेंट्रल विस्टा के भव्य प्रोजेक्ट के लिए आधारशिला रखने के अवसर पर गर्व की भावना में डुबा हूं। परियोजना बहुत लंबी थी, क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में मौजूदा सरकार का बुनियादी ढांचा अपर्याप्त है और हमारे औपनिवेशिक अतीत से भी जुड़ा हुआ है।’ तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर ने आगे कहा कि नई सेंट्रल विस्टा परियोजना एक पुनरुत्थान, आत्मविश्वास और मजबूत भारत के आत्मसम्मान, प्रतिष्ठा और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक होगी। मैं इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय महत्वपूर्ण परियोजना के शीघ्र पूर्ण होने की कामना करता हूं।
नया संसद भवन जो मौजूदा इमारत के पास 9.5 एकड़ भूमि पर बनाया जाना है, को ‘सेंट्रल विस्टा’ परियोजना कहा जाएगा। इससे पहले, भूखंड एक जिला पार्क के विकास के लिए था। सेंट्रल विस्टा का राष्ट्र पुनर्विकास प्रोजेक्ट – पावर कॉरिडोर – मौजूदा एक, आम केंद्रीय सचिवालय के बगल में एक त्रिकोणीय संसद भवन की परिकल्पना करता है और राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक 3 किलोमीटर लंबे राजपथ का पुनरुद्धार करता है।
उम्मीद लगाई जा रही है कि पीएम मोदी 10 दिसंबर को नये संसद भवन की इमारत की आधारशिला रखेंगे। नये संसद भवन का अक्टूबर 2022 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है जिस पर करीब 971 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक सेंट्रल विस्टा में निर्माण कार्य नहीं होगा और इस बात का भरोसा भी केंद्र ने दिया है।
सेन्ट्रल विस्टा परियोजना को सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाओं के जरिए चुनौती दी गई है। याचिकाओं में परियोजना को पयार्वरण मंजूरी, लैंड यूज बदलने आदि के आधार पर चुनौती दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर विस्तृत बहस सुनने के बाद गत 5 नवंबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इसपर बाद में सुनवाई हुई और सरकाक की तरफ से कहा गया है कि जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आजाता तब तक कोई काम नहीं किया जाएगा।