झारखंड में कोरोना:पिछले 24 घंटे में 5541 मिले राज्य में नए कोरोना पॉजिटिव, 124 लोगों की हुई मौत

0
223

झारखंड में 5 हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मिलने का सिलसिला जारी है। सोमवार को 5,541 नए मरीज मिले। सबसे अधिक 1686 कोरोना पॉजिटिव रांची से मिले। वहीं, राहत की बात यह है कि राज्य में 4018 संक्रमित ठीक होकर घर भी लौट गए। राज्य भर में 124 लोगों की मौत हो गई। सबसे अधिक 52 नई मौतें रांची में हुईं। इधर, कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार में कोई कमी न होती देख झारखंड में लॉकडाउन (स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह) की अवधि बढ़ाई जा सकती है।

पलामू स्थित हैदरनगर-जपला मुख्य पथ के पुराना थाना भवन के समीप पलामू के पुलिस कप्तान के निर्देश पर सोमवार को सघन मास्क चेकिंग अभियान चलाया गया।

कहां मिले कितने मरीज

रांची 1686, बोकारो 313, चतरा 52, देवघर 183, धनबाद 88, दुमका 126, पू. सिंहभूम 604, गढ़वा 119, गिरिडीह 229, गोड्डा 111, गुमला 167, हजारीबाग 400, जामताड़ा 54, कोडरमा 266,लातेहार 137, लोहरदगा 90, पाकुड़ 14, पलामू 315, रामगढ़ 221, साहिबगंज 42, सरायकेला 55, सिमडेगा 112, प. सिंहभूम 157

लॉकडाउन की अवधि 7 से 10 दिन तक बढ़ाई जा सकती है

इधर, झारखंड में सत्ता शीर्ष पर बनी सहमति के अनुसार, महामारी के प्रकोप को देखते हुए अभी लॉकडाउन को जारी रखना ही राज्य के लोगों के हित में है। वहीं, अाधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 29 अप्रैल के बाद राज्य में लॉकडाउन की अवधि 7 से 10 दिन तक बढ़ाई जाएगी। इसकी अधिसूचना 28 अप्रैल तक जारी कर दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि 20 अप्रैल को अापदा प्रबंधन विभाग की ओर से 22 अप्रैल की सुबह छह बजे से 29 अप्रैल की सुबह छह बजे तक पूरे राज्य में लॉकडाउन की घोषणा की गई है। इसे स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का नाम दिया गया था। इसके तहत अावश्यक सेवाओं को छोड़ सख्ती बरती गई है। राज्य सरकार के इस निर्णय के पीछे उद्देश्य यह था कि राज्य में एक सप्ताह का लॉकडाउन लगाने से कोरोना की चेन टूटेगी। संक्रमितों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि पर रोक लगाई जा सकेगी। लेकिन संक्रमितों और ठीक होने वालों के आंकड़े मिल रहे हैं, वे चिंता बढ़ाने वाले हैं।

1 मई से रिम्स की पार्किंग में शुरू होगा 327 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड

वहीं, रिम्स के मल्टीस्टोरी पार्किंग में एक मई से कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों का इलाज होगा। यहां 327 बेड में ऑक्सीजन की व्यवस्था रहेगी। काम कर रही एजेंसी ने पिछले एक सप्ताह में 70 फीसदी काम पूरा कर लिया है। करीब 100 बेड तैयार भी हो चुके हैं। ऑक्सीजन पाइपलाइन और बिजली के कुछ काम बाकी हैं। 30 अप्रैल तक एजेंसी ऑक्सीजन सपोर्टेड 327 बेड के साथ कोविड वार्ड को रिम्स को हैंडओवर कर देगी। सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रिम्स के पार्किंग में बन रहे कोविड वार्ड का निरीक्षण किया। रिम्स प्रबंधन और उपायुक्त को निर्देश दिया कि मरीजों को इलाज में किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। रिम्स के अपर निदेशक (प्रशासनिक) डॉ. वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने बताया कि शुरुआत में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मेनिफॉल्ड के माध्यम से वार्ड में ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी। 20 दिनों के भीतर 13 हजार किलोलीटर का ऑक्सीजन प्लांट भी शुरू हो जाएगा।

कोविड पॉजिटिव सुनते ही चिरकुंडा चेकपोस्ट से 3 भागे, घर से पकड़ाए

इधर, धनबाद जिला प्रशासन के निर्देश पर जिले में कोविड-19 की चेन को तोड़ने के लिए चिरकुंडा एवं मैथन में सोमवार को नौवें दिन भी इंटरस्टेट ट्रैवल करने वालों का शिविर लगाकर उनका स्वाब लिया गया। चिरकुंडा चेकपोस्ट में 69 लोगों की हुई, जिनमें 5 लोग पॉजिटिव पाए गए। वहीं, मैथन चेकपोस्ट में 193 लोगों की हुई जांच में दो लोग संक्रमित मिले। दोनों चेकपोस्ट से मिले सात संक्रमितों को स्वास्थ्यकर्मियों ने एंबुलेंस से इलाज के लिए निरसा के गोपालगंज स्थित कोविड-19 अस्पताल में भर्ती करवाया। इधर, चिरकुंडा चेकपोस्ट में पश्चिम बंगाल से लौट रहे कुमारधुबी निवासी तीन लोग अपने स्वाब का नमूना देकर कैंप में बैठे हुए थे। रैपिड एंटीजन किट में स्वाब जांच करते ही तीनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। यह सुनते ही शिविर में बैठे तीनों मौके से भाग खड़े हुए। एग्यारकुंड बीडीओ ललित कुमार तत्काल शिविर में मौजूद रजिस्टर की जांच कर फरार संक्रमितों के घर में पुलिस के साथ छापेमारी की, जहां तीनों को पकड़ लिया गया। उन्हें गोपालगंज कोविड-19 अस्पताल में भर्ती करवाया।

एमजीएम अस्पताल: इमरजेंसी में सभी बेड फुल, बेंच पर इलाज

जमशेदपुर स्थित एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बुखार-सांस लेने संबंधी शिकायतों के मरीजों की संख्या बढ़ी है। हर दिन बुखार व सांस की शिकायत लेकर रोजाना 10-15 मरीज आ रहे हैं। मरीज को एडमिट कर इलाज किया जा रहा है, इसके बाद कोरोना जांच की जा रही है। जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, उनको कोविड वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है। सोमवार को गम्हरिया की महिला के परिजन सांस लेने में दिक्कत की शिकायत लेकर पहुंचे थे। अस्पताल में ऑक्सीजन दिया लेकिन महिला की मौत हो गई। सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजा है। डॉक्टरों के मुताबिक हर दिन बुखार-सांस लेने में दिक्कत की शिकायत वाले मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो रही है। कुर्सी-बेंच जहां भी जगह मिल रही है, वहां इलाज किया जा रहा है। अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी ने कहा- अस्पताल में बुखार और सांस लेने की समस्या लेकर मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इमरजेंसी में भी बेड की कमी हो गई है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here