नईदिल्ली. दिल्ली में दो दुष्कर्म की घटनाओं ने हिलाकर रख दिया है। पहली घटना द्वारका क्षेत्र के सेक्टर- 23 में घटी। यहां 6 साल की मासूम बच्ची से निर्भया जैसी दरिंदगी की गई। घटना को बच्ची के परिचित ने अंजाम दिया है। बच्ची की हालत गंभीर है। उसे सफदरगंज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं, दूसरी घटना सागरपुर इलाके में घटित हुई। यहां नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के बाद मारपीट की गई। जबरन शराब पिलाकर बाल काट दिए गए।
केस-1
मां ने पूछा- मेरी मासूम बच्ची का क्या कसूर?
दिल्ली का सफदरजंग अस्पताल। यहां का पीड्रियाटिक वाॅर्ड फिलहाल पुलिस के कड़े पहरे में है। क्योंकि द्वारका की 6 साल की मासूम दुष्कर्म पीड़िता यहीं पर भर्ती है। पुलिस किसी को यहां खड़े भी नहीं होने दे रही। अस्पताल का कोई कर्मचारी भी बात करने को तैयार नहीं है। बच्ची की मां सूनी आंख लिए बोलीं- वो अभी ठीक है, बोल रही है। लेकिन दर्द में है। सच तो ये है कि उसके साथ क्या हुआ, वो ये समझती भी नहीं। कोई बताएगा कि सिर्फ 6 साल की मासूम से हैवानित के बारे में कोई सोच भी कैसे सकता है। सिर्फ 6 साल, आखिर उसका क्या कसूर था?
बच्ची के शरीर पर दांत से काटे जाने के निशान
वाॅर्ड में ही तैनात एक डॉक्टर ने वहशीपन की पूरी कहानी बयान की। इस दरिंदगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बच्ची के शरीर पर कई जगह दांत से काटे जाने के निशान हैं। वारदात में उसकी आंतें तक फट गईं। पेट में इंफेक्शन न हो इसलिए डॉक्टर्स ने उसे सभी प्राइवेट पार्ट्स को बंद कर दिया है। दैनिक क्रियाओं के लिए पेट में अलग से एक ट्यूब अटैच की गई है।
बच्ची को पूरी तरह से स्वस्थ होने में लंबा वक्त लगेगा
डॉक्टर्स का कहना है कि आंतों में लगी चोट ठीक होने में 3-4 महीने लग सकते हैं। इसके बाद ही बच्ची सामान्य तरीके से दैनिक क्रिया करने में सक्षम होगी। ट्यूब हटाने के लिए 3-4 महीने बाद हालात देख कर फिर से ऑपरेशन करना होगा। दांताें के निशान और दूसरे जख्म ठीक होने में 6 महीने तक लग सकते हैं। घटना के बाद से बच्ची बेहद डरी हुई है। डॉक्टर के कहना है कि शरीर के जख्म तो कुछ महीनों में भर जाएंगे, लेकिन बच्ची को जहनीतौर पर ठीक होने में काफी लंबा वक्त लग सकता है।
केस- 2
इधर, सागरपुर में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, बाल काट कर छोड़ा
द्वारका के बाद साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक के सागरपुर इलाके में 17 साल की नाबालिग से हैवानियत भरी वारदात सामने आई है। 5 युवकों ने नाबालिग के साथ दो अलग-अलग घरों में सामूहिक दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की, कई जगह काटा, जबरन शराब पिलाई और बाल काट कर छोड़ दिया। इनमें 2 आरोपी पीड़िता के भाई के दाेस्त हैं। दरिंदगीभरी इस वारदात के बाद केस दर्ज करने के बजाय दो थानों की पुलिस 3 घंटे सीमा विवाद में ही उलझी रही।
सिस्टम की हैवानियत…सीमा विवाद में ही 3 घंटे उलझे रहे 2 थाने
परिजन बार-बार पुलिस से गुहार लगाते रहे। पीड़ित परिवार डीडीयू अस्पताल शाम 7.30 बजे पहुंचा था। इस दौरान गायनी डॉक्टर ने लड़की की प्राथमिक जांच तो की लेकिन उसने पुलिस केस का हवाला दिया। रात करीब 8.30 बजे पुलिस को कॉल के बाद मामला 2 डिस्ट्रिक-साउथ वेस्ट और आउटर के बीच फंस गया। मामला सागरपुर का पड़ेगा या पश्चिम विहार वेस्ट थाने का, इसे लेकर पुलिस करीब 3 घंटे उलझी रही। डॉक्टर महिला पुलिस को बुलाने पर जोर देते रहे लेकिन परिजन और पीड़िता परेशान होती रही। करीब 3 घंटे चले इस ड्रामे को सीनियर अफसरों ने मामले को सुलझाया और सागरपुर थाने में केस दर्ज हुआ। पीड़िता की मदद करने वाली एक महिला ने कहा साढ़े तीन घंटे का डीडीयू अस्पताल में अनुभव डराने वाला था।
पुलिस ने फोन ही नहीं उठाया
भास्कर ने इस मामले में साउथ वेस्ट और आउटर डिस्ट्रिक पुलिस के डीसीपी से कई बार बात करने के लिए कई बार कॉल की गई, लेकिन उन्हाेंने फोन नहीं उठाया। पुलिस के अनुसार 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें एक अपराधिक प्रवृति का है। अन्य की तलाश में छापेमारी जारी है।