थानेदार ने रिश्ता टूटने से बचाया:फोटोग्राफी को लेकर वर और वधू पक्ष में मारपीट; मंडप छोड़कर निकला दूल्हा, थानेदार ने दोनों परिवारों को रजामंद कर डलवाए 7 फेरे

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यह फोटो इटावा की है। यहां थानेदार ने दो परिवारों के बीच रिश्ते को मजबूत किया। साथ ही वर व वधू को अपना आशीर्वाद भी दिया।
  • वैदपुरा थाना क्षेत्र का मामला, थानेदार ने 20 KM दूर बारात रुकवाकर दुल्हे को समझाया
  • शादी संपन्न होने पर बारातियों व घरातियों ने पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के लगाए नारे

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में रविवार रात एक शादी समारोह में फोटोग्राफी को लेकर वधू पक्ष और बारातियों के बीच जमकर मारपीट हो गई। मामला इतना बिगड़ गया कि दूल्हा बिना शादी किए बारात को लेकर दुल्हन के दरवाजे से अपने घर को रवाना हो गया। लेकिन जैसे ही इस बात की जानकारी वैदपुरा थानाध्यक्ष हामिद सिद्दीकी को लगी तो उन्होंने दूल्हे को फोन पर समझा बुझाकर बारात वापस बुलाई और सात फेरे डलवाए। थानेदार की इस पहल से दो परिवारों के बीच टूटते रिश्तों को मजबूती मिली। इस घटनाक्रम के बाद जब बारातियों व घरातियों ने पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारे लगाए तो हर किसी के चेहरे पर खुशी की रौनक देखने को मिली।

बारात को रास्ते में रोककर समझाया।
बारात को रास्ते में रोककर समझाया।

मैनपुरी से आई थी बारात

दरअसल, थाना क्षेत्र वैदपुरा के ग्राम बनामाई में राम रतन की पुत्री धन देवी की शादी रविवार रात थी। मैनपुरी के करहल थाना क्षेत्र के गोटपुरा निवासी दूल्हा राहुल तय समय पर बारात लेकर दुल्हन के दरवाजे पहुंच गया। लेकिन शादी में फोटोग्राफर से हुए मामूली विवाद को लेकर बाराती और घराती में जमकर मारपीट हो गई। जिसके बाद मामला इतना बिगड़ गया कि बराती मंडप छोड़कर अपने घर जिला मैनपुरी को रवाना हो गए।

वधू पक्ष को गुस्सा छोड़कर शादी के लिए रजामंद किया।
वधू पक्ष को गुस्सा छोड़कर शादी के लिए रजामंद किया।

20 KM दूर जा चुकी थी बारात, पहुंचकर समझाया

इस बात की सूचना डायल 100 द्वारा देर रात 1 बजे थाना वैदपुरा इंस्पेक्टर हामिद सिद्दीकी को लगी। जिसके उन्होंने मौके पर जाकर मामले की जानकारी वधू पक्ष से ली और दूल्हे के पिता से फोन द्वारा संपर्क किया तो पता चला बरात शादी समारोह स्थल से 20 KM दूर जा चुकी है। जिसके बाद इंस्पेक्टर ने दूल्हे उसके परिजनों को फोन पर वहीं रुकने को कहा और वहां जाकर दूल्हा और बारातियों को समझा बुझाकर मामला शांत करवाया। जिसके बाद वर और वधू पक्ष शादी के लिए रजामंद हुए और दोनों परिवार एक हुए। शादी के बाद थानेदार हामिद ने दोनों को सुखमय जीवन व्यतीत करने के लिए आशीर्वाद दिया।

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