ग्वालियर. ट्रेनों में आग लगने पर अब यात्री व रेलवे कर्मचारियों को अग्निशमन यंत्र को चालू कर आग बुझाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दरअसल, रेलवे अब नई टेक्नोलॉजी से लैस फायर बॉल को कोच में लगवा रहा है, जो आग लगते ही 70 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंचने पर अपने आप गैस निकलना शुरू कर देगी और आग पर काबू पा लेगी। इससे यात्रियों को कोई खतरा नहीं होगा। रेलवे ने इसकी शुरुआत झांसी मंडल के अंतर्गत ग्वालियर से चलने वाली चंबल एक्सप्रेस से की है। अभी फायर बॉल इस ट्रेन के पावर कार (जनरेटर यान) में लगाए गए हैं।
चंबल एक्सप्रेस के बाद रेलवे प्रशासन द्वारा अन्य ट्रेनों में फायर बॉल पावर कार के साथ कोच में निश्चित स्थान पर लगवाए जाएंगे, जिससे आग लगने पर तुरंत बुझाया जा सके। रेलवे अफसरों के मुताबिक, फायर बॉल के अंदर प्रेशराइज्ड मोनो अमोनियम फास्फेट गैस रहती है।
यह आग के संपर्क में जैसी ही आएगी, अपने आप बॉल खुल जाएगा और आग को बुझा देगा। पावर कार में ज्वलनशील सामग्री रहती है। इसमें सर्किट ब्रेक बॉक्स और गैस टैंक होता है। जिसमें आग लगने की आशंका ज्यादा रहती है। इसी के चलते फायर बॉल को पॉवर कार में रखने का निर्णय लिया गया है। आग लगने पर फायर बॉल 5 से 10 सेकंड में एक्टिव हो जाएगा।आग लगने पर फायर बॉल अपने आप खुल जाएगा। अभी अग्निशमन यंत्र को खोलने की जरूरत पड़ती है।
फायर बॉल लगाने का काम जारी :
पहले चरण में ट्रेनों के जेनरेटर यान में यह फायर बॉल लगाने का काम चल रहा है। पहले चंबल एक्सप्रेस ट्रेन में लग रहे हैं। इसके बाद अन्य ट्रेनों में यह लगाए जाएंगे। –मनोज कुमार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, झांसी मंडल