राजधानी पटना के पॉश इलाके बोरिंग रोड में बीती रात एक स्कूटी सवार युवती ने ट्रैफिक पुलिस के सामने खूब हंगामा किया। लॉकडाउन के बीच देर रात स्कूटी सवार युवती बिना हेलमेट लगाए बोरिंग रोड चौराहा पर पकड़ी गई थी। ट्रैफिक पुलिस ने जब देर रात निकलने की वजह पूछी और पास दिखाने को कहा तो उसने शासन-प्रशासन को बुरा-भला कहना शुरू कर दिया। फिर जब बिना हेलमेट उसका चालान करने की बात कही तो युवती पुलिस पर ही भड़क गई।
युवती ने पहले तो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से कहा- चालान काटा तो सबको देख लूंगी। फिर कहा कि अपने सीनियर अधिकारियों को बुलाएं तभी वह चालान कटवाएगी। ट्रैफिक पुलिस ने फिर एसके पुरी थाना को इसकी जानकारी दी। थोड़ी ही देर में थाना की गश्ती टीम भी महिला दारोगा के साथ बोरिंग रोड चौराहा पहुंच गई। युवती ने तब भी अपने तेवर नहीं बदले और लगातार सरकार को कोसना जारी रखा। इस दौरान वह पूरी घटना का वीडियो बना रहे मीडिया कर्मियों पर भी भड़की।
लॉकडाउन लगाने पर सरकार को जमकर कोसा
युवती इस दौरान बिहार सरकार को लॉकडाउन लगाने के लिए कोसती रही। उसका कहना था कि सरकार ने ऐसा कदम उठाने के पहले उन गरीबों के बारे में नहीं सोचा, जो रोज कमाते-खाते हैं। रिक्शा वाले, ठेले वाले, सबकी रोजी चली गई है। यह लोग भूखे हैं। इन्हें ही खाना खिलाने के लिए वह रोड पर निकलती है, तो पुलिस वाले पकड़ लेते हैं। सरकार खुद इनके लिए भोजन का प्रबंध क्यों नहीं करती। उसने कहा कि पिछले साल भी लॉकडाउन के दौरान मैंने इन लोगों को खुद से भोजन कराया था। वीडियो बना रहे मीडिया कर्मियों से कहा कि आप मेरा वीडियो क्यों बना रहे हैं। जाकर मुख्यमंत्री और नेताओं के घरों का वीडियो बनाइए।
जब गुस्सा निकल गया, तब सामने आई असली वजह
युवती का यह हंगामा करीब दस मिनट तक जारी रहा। इस बीच महिला दारोगा और महिला मीडिया कर्मियों के आने के बाद युवती थोड़ी शांत हुई, तब उसने बाहर निकलने की असली वजह बताई। युवती ने कहा कि रात 11 बजे उसे पटना जंक्शन से अपने घर जाने के लिए ट्रेन पकड़ना है। वो बीते तीन घंटों से पूरे इलाके में किसी ऑटो या अन्य सवारी गाड़ी के लिए भटक रही है। ऑटो मिल नहीं रहा और कोई दूसरा आदमी अपनी गाड़ी इस डर से नहीं निकाल रहा कि पुलिस उसका चालान काट देगी। इतनी रात में वो सामान के साथ अपनी स्कूटी लेकर स्टेशन चली भी जाए, तो फिर स्कूटी कहां लगाएगी, उसे किसके हवाले छोड़ेगी।
युवती ने यह कहते हुए मीडिया कर्मियों को ट्रेन का टिकट भी दिखाया। उसने सवाल किया कि सरकार जब मर्जी आए। लॉकडाउन लगा देती है। मार्केट बंद करा देती है। ऐसा करने से पहले लोगों की छोटी-छोटी परेशानियों का ख्याल क्यों नहीं करती? इतना सब होने के बाद पुलिस ने उसे आखिरकार बिना फाइन किए जाने दिया।