अहमदाबाद. गुजरात के केवड़िया में बनी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी से अनावरण के बाद पहली ही बारिश में पानी टपकने लगा है। सरदार वल्लभभाई पटेल की यह प्रतिमा 182 मीटर ऊंची है। इसे तैयार करने में 3000 करोड़ की लागत आई थी। अधिकारियों के शनिवार को बरसाती पानी से प्रतिमा के हृदय के पास रिसाव की बात कही है।
प्रतिमा के मेंटेनेंस का जिम्मा लार्सन एंड टुब्रो के पास
- प्रतिमा के 153 मीटर की ऊंचाई पर व्यूइंग गैलरी है। जहां से एक बार में करीब 200 लोग आसपास के विहंगम दृश्य का आनंद ले सकते हैं। इसी स्थान पर जलभराव होने का दावा किया जा रहा है। स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण और रखरखाव का काम लार्सन एंड टुब्रो कंपनी करती है।
कलेक्टर बोले- रिसाव की समस्या दूर करने का काम जारी
नर्मदा जिले के कलेक्टर आईके पटेल ने कहा कि प्रतिमा के कुछ हिस्सों में रिसाव की समस्या है और इसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। व्यूइंग गैलरी का डिजाइन ही ऐसा है कि इसमें बरसात का पानी आए। इसे बंद करने पर यहां से विहंगम दृश्य देखना संभव नहीं हो पाएगा। यहां कोई तकनीकी गड़बड़ी नहीं है।
भारी बारिश नहीं हुई, फिर भी पानी टपक रहा
प्रशासन के मुताबिक, अब तक नर्मदा जिले के गरूड़ेश्वर तालुका में भारी वर्षा नहीं हुई है। पिछले 24 घंटे में केवल 11 मिलीमीटर ही पानी बरसा है। शनिवार सुबह से दोपहर तक प्रतिमा वाले क्षेत्र में 31 मिमी से अधिक बारिश हुई है।
नरेंद्र मोदी ने पिछले साल किया था अनावरण
सरदार पटेल की प्रतिमा का अनावरण 31 अक्टूबर, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। प्रतिमा बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करती है। पिछले साल 13 नवंबर को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी इसे देखने गए थे। तब वे अचानक बिजली गुल होने के स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की लिफ्ट में फंस गए थे।