रोहतक. महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (एमडीयू) के मेघना गर्ल्स हाॅस्टल में एक छात्रा के लिंग परिवर्तन कराकर लड़का बनने का मामला सामने आया है। हॉस्टल की अन्य छात्राओं का आरोप है कि लिंग परिवर्तन कराकर लड़का बनने के बाद भी यह छात्रा गर्ल्स हॉस्टल में रही। यह एक साल से दूसरी छात्रा के साथ पति-पत्नी की तरह रह रही थी। हॉस्टल की छात्राओं ने एमडीयू वीसी को ई-मेल भेजकर इसकी शिकायत की।
इसके बाद बुधवार को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दोनों छात्राओं काे हाॅस्टल से निष्कासित कर दिया है। हाॅस्टल में इनकी एंट्री भी बैन कर दी है। अब हॉस्टल प्रबंधन ने दोनों से पीजीआईएमएस से लड़की होने का मेडिकल सर्टिफिकेट लाकर दिखाने के आदेश दिए हैं। हालांकि, लिंग परिवर्तन कराने वाली छात्रा हॉस्टल में नहीं मिली तो उसका सामान बाहर रखवा दिया गया है। बताया जा रहा है कि फिलहाल छात्रा हार्मोंस चेंज कराने के लिए दिल्ली के किसी अस्पताल में भर्ती है।
हॉस्टल के लिए लिया कोर्स में दाखिला, नौकरी करते हैं दोनों
एमडीयू में डिप्लोमा इन फ्रेंच का कोर्स कर रही इन दोनों छात्राओं की हरकतों को लेकर हॉस्टल की अन्य छात्राओं ने कुलपति को ई-मेल पर गुमनाम शिकायत भेजी। इसमें अधिकारियों पर मौखिक शिकायत को अनसुना करने के आरोप लगाए गए हैं। छात्राओं ने बताया कि हॉस्टल वार्डन को एक महीने पहले ही बता दिया गया था, लेकिन डांटकर चुप करा दिया गया। छात्रों ने ई-मेल में आंदोलन की चेतावनी भी दी। इसके बाद प्रबंधन हरकत में आया। छात्राओं ने कमरे में रह रहे कथित लड़के से अपनी अस्मिता व सुरक्षा पर खतरा बताया है। साथ ही लिखा है कि दोनों छात्राएं नाममात्र के लिए कोर्स में दाखिला लिए हुए हैं और बाहर एकेडमी में नौकरी करती हैं।
हॉस्टल के चीफ वार्डन प्रो. राजेश धनखड़ का कहना है कि मामला संज्ञान में आते ही कार्रवाई की गई है। उल्लेखनीय है कि एमडीयू में गर्ल्स हॉस्टल में नियमानुसार एक कमरे में दो छात्राओं के रहने का प्रावधान किया गया है। अब हर छात्रा की आईकार्ड से पहचान करने के बाद ही अंदर जाने को कहा गया है।