- गुजरात में किसी भी समारोह में 100 से ज्यादा व्यक्तियों के जमा होने पर पाबंदी है
- सोशल मीडिया में राज्य सरकार से पूछा जा रहा है क्या गाइडलाइन सिर्फ आम जनता के लिए ही है
गुजरात में किसी भी समारोह में 100 से ज्यादा व्यक्तियों के जमा होने पर पाबंदी है
गुजरात में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते 100 से ज्यादा लोग किसी भी वैवाहिक समारोह में शामिल नहीं हो सकते। लेकिन, लगता है कि सरकारी नियम सिर्फ आम लोगों के लिए ही हैं, क्योंकि नियमों की धज्जियां उड़ाता एक ऐसा ही मामला तापी जिले के डासवाडा गांव से सामने आया है, जहां भाजपा के पूर्व विधायक एवं आदिजाति मंत्री कांति गामित की पोती के सगाई समारोह में ही 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए और जमकर गरबा भी खेला।
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाईं धज्जियां
बताया जा रहा है कि सगाई समारोह का सार्वजनिक आयोजन किया गया था, जिसमें डासवाडा गांव के अलावा आसपास के कई गांवों के लोग शामिल हुए थे। इस दौरान नेताजी और स्थानीय प्रशासन का भी इस ओर ध्यान नहीं गया कि गुजरात में किसी भी समारोह में 100 से ज्यादा व्यक्तियों के जमा होने पर पाबंदी है। इतना ही नहीं, इस कार्यक्रम में जमकर गरबा भी हुआ और सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं।
गांधीनगर में सुनाई दी गूंज
इस सगाई समारोह का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसे लेकर अब सोशल मीडिया में राज्य सरकार से पूछा जा रहा है क्या गाइडलाइन सिर्फ आम जनता के लिए ही है। इसी के चलते इसकी गूंज अब गांधीनगर में भी सुनाई दे गई है। गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा ने इस वीडियो के आधार पर जांच के आदेश जारी किए हैं। जानकारी मिली है कि तुलसी विवाह और सगाई का समारोह एक ही साथ आयोजित किया गया था।