- CN24NEWS-29/06/2019
- इमिग्रेशन कंपनी में काम करने वाली लड़की के जीजा ने की ठगी
- जानकार था आरोपी, गेम खेलकर पहले करवाए 34 लाख रुपए ट्रांसफर और फिर स्विच ऑफ किया मोबाइल, फरार
मोहाली. आए दिन इमिग्रेशन कंपनी संचालकों के ठगे लोग कभी पुलिस स्टेशन तो कभी एसएसपी ऑफिस के चक्कर लगाते नजर आते हैं। अब पहला ऐसा मामला आया है जिसमें एक इमिग्रेशन कंपनी संचालक दूसरी इंमिग्रेशन कंपनी से 34 लाख का फ्रॉड कर गया। पूरे मामले में चौंकाने वाले तथ्य यह है कि जिस कंपनी संचालक से ठगी हुई, उसका ऑफिस फेज-11 में है।
आरोपी ठगी का शिकार हुए संचालक के आॅफिस में काम करने वाली एक युवती का जीजा है। आरोपी जिस घर में रहता था वह भी खाली है। पुलिस ने सेक्टर-51 के संजय तोमर की शिकायत पर आरोपी अमित के खिलाफ ठगी का केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी के घर पर रेड की है लेकिन वह नहीं मिला। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह फरार हो गया।
संजय तोमर ने बताया कि वह फेज-11 में स्टूडेंट वीजा लगाने का काम करते हैं। कुछ दिनों पहले उनके आफिस में दो स्टूडेंट आए और उन्होंने कहा कि वह टूरिस्ट वीजा पर कनाडा जाना चाहते हैं। उन्होंने लुधियाना से आए दोनों स्टूडेंट को मना कर दिया और कहा कि वह मात्र स्टूडेंट वीजा ही लगाते हैं और टूरिस्ट वीजा नहीं।
ऑफिस में काम करने वाली सीमा ने जब यह बात सुनी तो बोली कि उसके जीजा अमित युवकों को विदेश भिजवाने का काम करते हैं। संजय ने युवकों से कहा कि वह अमित को जानता है और उसके ऑफिस में कभी कभार आते हैं। युवकों ने कहा कि उनसे मिला दो। संजय ने बताया कि आरोपी अमित उसके ऑफिस आया तो उसने समय सुनिश्चित कर दोनों युवकों को उससे मिला दिया।
पूरी बात सुनने के बाद अमित ने दोनों युवकों को भरोसा दिलाया कि वह तीन महीने में उन्हें विदेश भेज देगा, लेकिन इसकी एवज में प्रति व्यक्ति 17 लाख लगेंगे। आरोपी ने उन युवकों का जाली वीजा लगवा दिया और टिकट भी बुक करवा दी। युवकों ने पैसे संजय तोमर को देने थे। आरोपी ने दोनों युवकों व संजय के साथ गेम खेली। आरोपी ने संजय से अपने अकाउंट से 34 लाख रुपए ट्रांसफर करवा दिया। बाद में न तो दोनों युवकाें को कनाडा भेजा और न उनकी टिकटें वापस की। यहां तक अपना नंबर भी स्वीच ऑफ कर दिया।