Indigo ने अपनी रद उड़ानों के सभी यात्रियों को टिकट का पैसा 31 जनवरी, 2021 तक लौटाने की घोषणा की है। ये उड़ानें इस साल कोरोना वायरस के प्रसार पर अंकुश के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते रद हुई थीं। इसके बाद एयरलाइन ने रद टिकटों पर ‘क्रेडिट शेल’ बनाया था। क्रेडिट शेल का इस्तेमाल उसी यात्री द्वारा भविष्य में यात्रा की बुकिंग के लिए किया जा सकता है।
ये उड़ानें इस साल कोरोना वायरस के प्रसार पर अंकुश के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते रद हुई थीं। इसके बाद एयरलाइन ने रद टिकटों पर ‘क्रेडिट शेल’ बनाया था। क्रेडिट शेल का इस्तेमाल उसी यात्री द्वारा भविष्य में यात्रा की बुकिंग के लिए किया जा सकता है।
एयरलाइन ने सोमवार को बयान में कहा कि उसने करीब 1,000 करोड़ रुपये के रिफंड से संबंधित कामकाज को पूरा कर लिया है। यह यात्रियों को रिफंड की जाने वाली राशि का करीब 90 प्रतिशत है। इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रोनोजॉय दत्ता ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से मार्च के अंत में एयरलाइन का परिचालन पूरी तरह ठप हो गया था। चूंकि हमारे पास नकदी का प्रवाह रुक गया था, इसलिए हम यात्रियों का पैसा लौटा नहीं पा रहे थे।
दत्ता ने कहा कि अब परिचालन शुरू होने तथा हवाई यात्रा की मांग में धीरे-धीरे सुधार के बाद हमारी प्राथमिकता रद उड़ानों के यात्रियों का पैसा लौटाने की है। दत्ता ने कहा, ‘‘हम 100 प्रतिशत क्रेडिट शेल का भुगतान 31 जनवरी, 2021 तक कर देंगे।’’
इंडिगो ने आठ मई को अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में भी पांच से 25 फीसद कटौती की भी घोषण की थी। वेतन कटौती अभी लागू है। कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में दत्ता ने कहा है कि इस समय हम सुधार की राह पर है। हमें उम्मीद है कि सरकार अगले साल से हमें घरेलू क्षमता के 100 प्रतिशत पर परिचालन की अनुमति देगी। फिलहाल भारतीय एयरलाइंस को कोविड-पूर्व के स्तर के 80 प्रतिशत के बराबर घरेलू उड़ानों के परिचालन की अनुमति है।
23 मार्च से भारत में अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को निलंबित किया गया है। हालांकि, विशेष अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें मई से वंदे भारत मिशन के तहत काम कर रही हैं। दत्ता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यातायात चुनौतीपूर्ण है और यह चिंता का विषय है।
दत्ता ने कहा कि पिछले छह महीने वास्तव में अस्थिर थे और एयरलाइन को बड़ा नुकसान हुआ, उन्होंने कहा कि हमें जल्द से जल्द एक बार फिर स्थिर होने की आवश्यकता है।