जयपुर : क्या आप टी-बैग से चाय पीने के शौकीन हैं। हां! तो सावधान हो जाइए। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसआई) ने राजस्थान समेत देश के सभी राज्यों को आदेश दिया है कि 30 जून से टी-बैग में स्टेपल का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर दिया जाए। खानपान सामग्री का कारोबार करने वाली कंपनियों से जून महीने से पहले पिन लगे टी बैग का उत्पादन, स्टोरेज और वितरण रोकने के लिए कहा गया है।
गंभीर बीमारी का खतरा
चाय के साथ पिन अगर व्यक्ति के पेट में चला जाए तो इससे काफी परेशानी पैदा हो सकती है। केंद्र सरकार ने पहले तो नए साल से ही रोक लगा दी थी। पर किन्हीं कारणों से तिथि में बदलाव करना पड़ा।
पेपर में होता है एपी क्लोरो हाइड्रीन
एसएमएस अस्पताल के डॉ.पुनीत सक्सेना का कहना है कि इस्तेमाल होने वाले पेपर में एक पेस्टीसाइड होता है। जिसे एपी क्लोरो हाइड्रीन कहते हैं। यदि चाय में ज्यादा समय तक लगातार पेपर को रखते हैं। तो पेट संबंधित बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। इससे कोई भी चीज जल्दी पचती नहीं है।
अब और छूट नहीं दी जा सकती : एफएसएसएआई
नए साल से रोक लगानी थी। पर तब कंपनियों ने टी बैग लागत में वृद्धि व मशीनों की कम उपलब्धता का हवाला दिया था। अब और छूट नहीं दी जा सकती। छूट सिर्फ उन्हीं संस्थाओं को दी जा सकती है, जो तथ्यात्मक तौर पर आने वाली बाधा और उसे दूर करने के लिए तय समय के बारे में जानकारी देंगी।
अफसरों को कार्रवाई के निर्देश
^केंद्र सरकार के एफएसएसएआई ने टी बैग में स्टेपल पिन पर रोक लगाने का अादेश जारी किया है। जो भी कंपनियां इस आदेश का पालन नहीं करेंगी, उन पर संबंधित अधिकारियों को कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए हैं। – डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त निदेशक (ग्रामीण स्वास्थ्य)