जयपुर . निवेश सलाहकार के रूप में जयपुर की विनिता बड़ाया प्रदेश की एकमात्र ऐसी महिला बन गई है, जिसने खुद के दम पर लाेगाें से म्यूचल फंड्स में 103 कराेड़ रुपए का निवेश कराया है। विनिता का यह जज्बा इनवेस्टमेंट एडवाइजरी फिल्ड में बेंचमार्क बन गया है अाैर निवेश कराने के फिल्ड में अब कंपनियां उनके नाम की मिसाल दे रही है, ताकि न्यू कमर्स खासकर महिलाएं इस फिल्ड में माेटिवेट हाेकर काम कर सकें।
विनिता का कहना है कि शुरूअाती दिनाें में अक्सर फिल्ड में रहना पड़ता था। बदमाशाें की छेड़छाड़ व उनके द्वारा पीछा करने जैसी समस्या तक झेलनी पड़ी लेकिन काम की निरंतरता का जज्बा बरकरार रखा अाैर सफलताएं हासिल हाेती गईं।
विनिता ने बताया कि 24 साल पहले जिन लाेगाें से जुड़ी थी, उनसे अाज भी जुड़ी हुई हूं। कुछ परिवार एेसे हैं जिनकी तीसरी पीढ़ी काे निवेश करवा रही हूं। शरुअाती दिनाें में लाेग मुझसे कहते थे कि निवेश ताे कर देंगे लेकिन िरटर्न की क्या गारंटी रहेगी? उस समय हम यही कहते थे कि विश्वास रखें नुकसान नहीं हाेने देंगे।
विनीता का विश्वास- इस क्लब में कई महिलाएं होंगी :
विनिता बताती हैं- शादी के बाद 1993 में जयपुर अाई। 1994 में इन्वेस्टमेंट एडवाइजर बनी। शुरुअात में बहुत परेशानी हुई। फिल्ड में सहमति अाैर अामराय बनाना बेहद कठिन था। बाद में महिलाअाें काे मनाने की रणनीति से सफलता मिलने लगी। तब एक-एक हजार रुपए प्रतिमाह निवेश कराना बड़ी बात थी। पति पेशे से सीए है। उनकी गाइडेंस मिल रही थी।
100 कराेड़ का अांकड़ा छूने वाले पुरुष प्रदेश में 12 से ज्यादा हैं लेकिन महिला वह अकेली हैं। कुछ महिलाएं अच्छी वर्किंग कर रही हैं। विश्वास है कि जल्द ही 100 कराेड़ के क्लब में मेरे अलावा अन्य महिलाएं भी होंगी। गाैरतलब है कि प्रदेश में म्यूचल फंड निवेश सलाहकार फिल्ड में सक्रिय रूप से करीब 1200 से ज्यादा एडवाइजर काम कर रहे हैं हालांकि रजिस्टर्ड लाेगाें की संख्या करीब 4 हजार हैं।