लंपी सहित कई मुद्दों पर बीजेपी आज राजस्थान विधानसभा का घेराव करेगी। बीजेपी ऑफिस लेकर विधानसभा तक पार्टी जुलूस निकालेगी। राजस्थान विधानसभा में भी लंपी को लेकर आज हंगामे के आसार हैं। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में नेता-कार्यकर्ता विधानसभा के बाहर और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में बीजेपी विधायक दल सदस्य सदन के अंदर लंपी को लेकर सरकार का विरोध जताएंगे। पुलिस ने सहकार मार्ग पर ही बीजेपी नेताओं को रोकने की प्लानिंग की है। सुबह 11 बजे बीजेपी प्रदेश मुख्यालय पर इकट्ठा होकर पार्टी नेता विधानसभा के लिए कूच करेंगे।बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में निकाले जाने वाले इस जुलूस में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, जयपुर सम्भाग और टोंक-सवाई माधोपुर से बीजेपी नेता, पार्टी के सभी 7 मार्चा- बीजेपी किसान मोर्चा, युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, ओबीसी मोर्चा, एससी मोर्चा, एसटी मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे। सांसद घनश्याम तिवाड़ी, रामचरण बोहरा, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक, मोहनलाल गुप्ता, अशोक परनामी समेत पार्टी के मंडलों का कार्यकर्ता और जयपुर ग्रेटर और हेरिटेज से पार्षद भी मौजूद रहेंगे।
‘’मुख्य रूप से पूरे प्रदेश को लंपी प्रभावित कर रहा है। आज जयपुर, भरतपुर डिविजन के बीजेपी कार्यकर्ता और प्रदेश पदाधिकारियों ने लंपी से गौवंश को नुकसान को लेकर विधानसभा घेराव रखा है। वो विधानसभा के बाहर घेराव करेंगे और हम विधानसभा सदन के अंदर विरोध जताएंगे।’’- गुलाबचन्द कटारिया, नेता प्रतिपक्ष, राजस्थान विधानसभाCM अशोक गहलोत ने PM को लंपी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की चिट्ठी लिखी है, लेकिन गहलोत पहले राजस्थान में तो लंपी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करें । उन्हें राज्य में इसे आपदा घोषित करने से किसे रोका है। राज्य में तो आपदा घोषित कर नहीं रहे और केंद्र को पत्र लिख रहे हैं। वह खुद की जिम्मेदारी से भागना और सारी जिम्मेदारी केंद्र पर ढोलना चाहते हैं। मुझे लगता है सीएम बहुत फ्रस्ट्रेशन में हैं। पहले जनता को नहीं संभाल पाए और अब पशुओं को भी नहीं संभाल पा रहे हैं। चारों ओर अराजकता का माहौल है।’’- वासुदेव देवनानी,बीजेपी विधायक
‘’आज सुबह 11 बजे बीजेपी पार्टी अपने राजस्थान प्रदेश ऑफिस से लेकर विधानसभा तक लंपी, बढ़ी बिजली रेट और बिजली कटौती, बेरोजगारी, बिगड़ी कानून व्यवस्था, किसान कर्जमाफी जैसे जनहित के मुद्दों को लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। राज्यपाल और विपक्ष पर आरोप लगाने से पहले गिरेबान में झांके कि देश में आपातकाल से लेकर आर्टिकल 356 के दुरूपयोग का कांग्रेस का काला इतिहास रहा है। प्रदेश में लंपी से पीड़ित गौवंश को बचाने में नाकाम गहलोत सरकार गौ हत्या के पाप की भागीदार है।’
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा- कांग्रेस सरकार सदन से भी और धरातल से भी भागना चाह रही है, लेकिन राजस्थान की जनता और विपक्ष उसको भागने नहीं देगा। एक-एक बात का जवाब उनको देना पड़ेगा, सदन में भी और सदन के बाहर भी देना होगा। इस समय सबसे बड़ा सवाल और ज्वलंत मुद्दा लंपी का है, राजस्थान के गौवंश को बड़ा भारी नुकसान हुआ है, सरकार का आंकड़ा 10 लाख गायों के संक्रमित होने का और 57 हजार के आसपास मौत होने का है। लेकिन हकीकत इससे अलग है। 30 लाख से भी ज्यादा गायें संक्रमित हुईं और 10 लाख से ज्यादा गौवंश का नुकसान हुआ है। यह सीधे-सीधे सरकार की संवेदनहीनता का सबूत है। पूनिया ने कहा-राजस्थान को छोड़कर पड़ोसी राज्य हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश ने बहुत सही तरीके से सही समय पर इस आपदा से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर कोशिश की और वह कामयाब भी हुए। उत्तर प्रदेश में रोजाना 2 से 3 लाख गायों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इस तरीके से उन्होंने बहुत पहले से ही शेल्टर्स बनाए, आइसोलेशन बनाए, गायों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। पशुधन सहायकों की नियुक्तियां की हैं। तीनों ही पड़ोसी प्रदेशों में बहुत अच्छे तरीके से मैनेजमेंट कर गोवंश को बचाया जा रहा है, अब वहां हालात काफी हद तक काबू में हैं।
पूनिया बोले- गहलोत सरकार ने गाय के नाम पर 775 करोड़ रुपए सेस के वसूले, 662 करोड़ रुपए आपदा के सरकार के पास थे। 13 हजार करोड़ड रुपए का आपदा प्रबंधन का पैसा था। उसे खर्च किया जा सकता था। सरकार अस्थाई तौर पर पशुधन सहायकों और वेटरनरी डॉक्टर्स की नियुक्ति करती, लेकिन राजस्थान में जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी की अशोक गहलोत सरकार की गाय के प्रति संवेदनाएं मरी हैं, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। 900 वेटेरनरी डॉक्टर्स की नियुक्ति का मामला कोर्ट में पेंडिंग है, प्रदेश सरकार कोर्ट में पैरवी कर उनको नौकरी क्यों नहीं देती। जिससे बड़ी संख्या में डॉक्टर्स मिलते। प्रदेश के तमाम विधायकों ने 351 लाख रुपए लंपी की रोकथाम के लिए दिए हैं। मेरे अपने क्षेत्र में भी अभी तक दवाइयां नहीं आई हैं, कुल मिलाकर यह कांग्रेस सरकार के कामकाज की बानगी है। लंपी संक्रमण की रोकथाम के लिए, गायों को बचाने के लिए भाजपा कांग्रेस सरकार के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक मजबूती से लड़ाई लड़ेगीlपशुपालन विभाग के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में लंपी से 60 हजार 20 पशुओं की मौत हुई है। 13 लाख 21 हजार 182 पशु वायरस से संक्रमित हुए हैं। लेकिन बीजेपी इसे झुठलाते हुए मौत का आंकड़ा लाखों में मानती है।