रांची : झारखंड इस मॉनसून सीजन में देश भर में सबसे सूखा है। एक अगस्त तक 37 प्रतिशत कम बारिश हुई है। अभी तक 522.2 मिमी बारिश हाेनी चाहिए थी, जबकि 333.1 मिमी ही हुई। झारखंड के अलावा उत्तराखंड में भी इतनी ही कमी दर्ज की गई है। कम बारिश के कारण राज्य में बुआई में भी कमी आई है।
प्रदेश में अब तक धान की बुआई केवल 4 लाख 67 हजार 893 हेक्टेयर भूमि पर ही हुई है, जाे 18 लाख हेक्टेयर के विरुद्ध केवल 25.99 प्रतिशत है। पिछले साल इस समय तक यह आच्छादन 33.68 प्रतिशत का था। इसी तरह धान के अलावा मक्का, दलहन, तिलहन और माेटे अनाज काे मिलाकर कुल आच्छादन 37.68 प्रतिशत का है, जाे पिछले साल के 41.95 प्रतिशत की तुलना में लगभग 4 प्रतिशत कम है। कृषि वैज्ञानिकाें का कहना है कि अगले सप्ताह बारिश कम हुई, ताे इसका काफी बुरा असर खेती पर पड़ेगा। खासकर धान पर, जाे यहां की प्रमुख फसल है।
कारण : लाे प्रेशर का क्षेत्र बदला
मानसूनी हवाएं वायु के निम्न दबाव से प्रभावित हाेती हैं। पहले झारखंड के उत्तरी क्षेत्र में लाे प्रेशर बनता था, हवाएं इधर से गुजरती थीं, इससे इस क्षेत्र में अधिक बारिश हाेती थी। इस बार मॉनसूनी हवाओं का रुख बदला। लाे प्रेशर झारखंड के दक्षिणी क्षेत्र में बना, इससे बिहार की ओर अधिक बारिश हुई और बिहार से सटा हाेने के कारण साहेबगंज में भी औसत से अधिक बारिश हुई।
सिर्फ साहेबगंज में औसत से 22 प्रतिशत अधिक बारिश, खूंटी में सबसे कम -59%
राज्य में औसत बारिश 1027 मिमी हाेती है, पिछले साल 741.9 (72%) मिमी बारिश हुई थी
कम बारिश के कारण 2018 में 18 जिलाें के 129 ब्लॉक सूखाग्रस्त घाेषित किए गए थे
अब तक 18 जिलों में कम बारिश हुई
19% तक की कमी को सामान्य, 20 से 59% तक की कमी को कम बारिश माना जाता है।
सामान्य से 20% से अधिक बारिश होने पर अिधक बारिश माना जाता है।
आगे क्या : 4 अगस्त से अच्छी बारिश की उम्मीद
झारखंड माैसम विज्ञान केंद्र ने अगले चार दिन भी हल्की अाैर मध्यम दर्जे की बारिश का अनुमान लगाया है, जिससे बारिश में आई कमी की भरपाई मुश्किल है। निदेशक एसडी काेटाल का मानना है कि अभी बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बन रहा है। 4 अगस्त से झारखंड में अच्छी बारिश हाेगी, जिससे मॉनसून का औसत थाेड़ा बेहतर हाे जाएगा।
कहां कितनी बारिश (बारिश मिमी में)
जिला | बारिश हुई | होनी चाहिए | कमी |
बोकारो | 288.4 | 493.4 | -42% |
चतरा | 251.7 | 481.6 | -48% |
देवघर | 351.5 | 489.1 | -28% |
धनबाद | 376.9 | 537.7 | -30% |
दुमका | 436.6 | 529.3 | -18% |
पूर्वी सिंहभूम | 431.7 | 543.8 | -21% |
गढ़वा | 204.4 | 442.8 | -54% |
गिरिडीह | 331 | 502.1 | -34% |
गोड्डा | 202.3 | 474.7 | -57% |
गुमला | 320.7 | 573 | -44% |
हजारीबाग | 323 | 536.1 | -40% |
जामताड़ा | 454.3 | 560.2 | -19% |
खूंटी | 243.6 | 587.2 | -59% |
कोडरमा | 356 | 429.4 | -17% |
लातेहार | 315.2 | 509.5 | -38% |
लोहरदगा | 439.2 | 495.3 | -11% |
पाकुड़ | 319.9 | 600.4 | -47% |
पलामू | 341.1 | 404.2 | -16% |
रामगढ़ | 292.5 | 504 | -42% |
रांची | 291.4 | 543.8 | -46% |
साहिबगंज | 793.2 | 648.2 | +22% |
सराईकेला | 286.4 | 530.5 | -46% |
सिमडेगा | 426.7 | 678.1 | -37% |
प. सिंहभूम | 312.1 | 503 | -38% |