कर्नाटक : कांग्रेस-जेडीएस के 12 विधायकों का इस्तीफा, गौड़ा ने कहा- भाजपा सरकार बनी तो येदियुरप्पा सीएम होंगे

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बेंगलुरु. कर्नाटक में 13 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार पर खतरा मंडराने लगा है। कांग्रेस और जेडीएस के 11 विधायकों ने शनिवार को स्पीकर रमेश कुमार के दफ्तर पहुंचकर इस्तीफा सौंप दिया। स्पीकर अपने दफ्तर में नहीं थे, लेकिन उन्होंने बाद में 11 विधायकों के इस्तीफे मिलने की पुष्टि की। इससे पहले सोमवार को आनंद सिंह ने इस्तीफा दिया था। अगर स्पीकर रमेश कुमार विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करते हैं, तो कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ जाएगी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी अमेरिका और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव ब्रिटेन गए हैं। दोनों रविवार को बेंगलुरु लौटेंगे।

हालांकि, जेडीएस विधायक एच विश्वनाथ ने आनंद सिंह समेत 14 विधायकों के इस्तीफा का दावा किया। उन्होंने कहा, ”अब तक 14 विधायक सरकार से इस्तीफा दे चुके हैं। हम राज्यपाल से भी मिले हैं। हमने स्पीकर को इस्तीफा स्वीकार करने को लिखा है। उन्होंने इस पर मंगलवार तक फैसला लेने के लिए कहा है। गठबंधन सरकार कर्नाटक के लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी।”

हम सबसे बड़ी पार्टी- भाजपा

भाजपा के राज्य में सरकार बनाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि राज्यपाल फैसला लेने का सर्वोच्च अधिकार रखते हैं। संवैधानिक मत के तहत अगर वे हमें बुलाते हैं, तो हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। हम सबसे बड़ी पार्टी हैं। हमारे साथ 105 विधायक हैं। अगर भाजपा की सरकार बनती है तो येदियुरप्पा मुख्यमंत्री होंगे।

विधायकों ने राज्यपाल से की मुलाकात

उमेश कामतल्ली, बीसी पाटिल, रमेश जारकिहोली, शिवाराम हेब्बर, एच विश्वनाथ, गोपालैया, बी बस्वराज, नारायण गौड़ा, मुनिरत्ना, एसटी सोमाशेखरा, प्रताप गौड़ा पाटिल इस्तीफा सौंपने के बाद राज्यपाल वजुभाई वाला से मिलने राजभवन पहुंचे। इसके बाद 10 विधायक विशेष विमान से मुंबई रवाना हो गए।

उधर, कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने बेंगलुरु पहुंचकर पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, मुझे विश्वास है कि वे हमारे साथ रहेंगे। मैं बेंगलुरु जा रहा हूं। वहां स्थिति को देखकर ही कुछ कहूंगा।

विधानसभा में तय होगा, सरकार गिरेगी या नहीं- स्पीकर

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, स्पीकर रमेश कुमार विधायकों के पहुंचने से पहले ही विधानसभा से बाहर निकल गए। इस पर रमेश कुमार ने कहा कि मुझे अपनी बेटी को लेना था, इसलिए घर चला गया। मैंने अपने ऑफिस में बोल दिया था कि विधायकों का इस्तीफा रख लें और मुझे बता दें। 11 सदस्यों ने इस्तीफा सौंपा है। कल (रविवार) को छुट्टी है, सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम हैं। इसलिए मंगलवार को ही मामला देख पाऊंगा। सरकार गिरेगी या नहीं इसका फैसला विधानसभा में ही होगा।

12 राज्यों में भाजपा ने खरीद फरोख्त से सरकार बनाई- कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ”देश में आया राम गया राम यानी खरीद फरोख्त की राजनीति शुरू हो गई है। 12 सरकारें ऐसी हैं, जहां भाजपा ने खरीद फरोख्त की।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संविधान को बचाने वाली शपथ याद दिलाना चाहता हूं। अगर प्रधानमंत्री इस तरह की घटनाओं का बचाव करेंगे तो लोकतंत्र की रक्षा कौन करेगा?

कर्नाटक में दिन भर चला नाटक
1.41 बजे: जेडीेस-कांग्रेस के 11 विधायक इस्तीफा सौंपने के लिए स्पीकर के दफ्तर पहुंचे। यहां स्पीकर नहीं मिले तो अधिकारियों को इस्तीफा दिया।
2.10 बजे: घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर मंत्री डीके शिवकुमार विधानसभा पहुंचे और कुछ देर बाद रामलिंगा रेड्डी समेत तीन विधायकों को साथ लेकर निकले।
2.24 बजे: विधायक बीसी पाटिल, रमेश जरकिहोली और एच विश्वनाथ समेत कांग्रेस-जेडीएस के 6 विधायक राजभवन पहुंच गए।
3.36 बजे: कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार पार्टी के बागी विधायक रामलिंगा रेड्डी, एसटी सोमशेखर और बी बस्वराज को अपने आवास पर ले गए।
3.44 बजे: भाजपा नेता येदियुरप्पा ने कहा- शिवकुमार ने स्पीकर के ऑफिस में कुछ विधायकों के इस्तीफे फाड़ दिए। यह निंदनीय है।
3.58 बजे: इस्तीफा सौंपने वाले सभी 11 विधायक राजभवन पहुंचे। तीन कांग्रेस कांग्रेस विधायकों ने कहा- सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाया जाए।

6.00 बजे: कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने बेंगलुरु पहुंचे। पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की।

7:00 बजे : इस्तीफा देने वाले 10 विधायक विशेष विमान से मुंबई रवाना हो गए।

कर्नाटक विधानसभा की मौजूदा स्थिति

पार्टीसीट
भाजपा105
कांग्रेस78
जेडीएस37
बसपा1
केपीजेपी1
निर्दलीय1

*कांग्रेस के टिकट से जीते रमेश कुमार मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष हैं।

12 विधायकों के इस्तीफे के बाद क्या होगी स्थिति?

अगर स्पीकर 12 विधायकों के इस्तीफे को स्वीकार कर लेते हैं तो विधानसभा में कुल 212 सदस्य रह जाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर ये संख्या 211 रह जाएगी। ऐसे में बहुमत के लिए 106 विधायकों की जरूरत होगी।

निर्दलियों के समर्थन से बन सकती है भाजपा सरकार

ऐसी अटकलें हैं कि दो निर्दलीय विधायक कुमारस्वामी सरकार की कैबिनेट से मंत्री का पद छोड़ सकते हैं। ये दोनों विधायक भाजपा को समर्थन दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो भाजपा के पास 107 विधायकों का समर्थन होगा। जो सरकार बनाने के लिए काफी है।

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