केरल हाई कोर्ट ने डाक्टरों पर हो रहे हमले को लेकर चिंता जताई है। केरल उच्च न्यायालय ने गुरुवार को कहा कि इस साल राज्य में डाक्टरों पर हुए हमले के 137 मामले दर्ज किए गए हैं। कोर्ट ने डाक्टरों पर हो रहे हमले को चौंकाने वाला बताते हुए सरकार से सवाल किया। कोर्ट ने पूछा कि राज्य में डाक्टरों की सुरक्षा को लेकर किस प्रकार की कार्रवाई की जा रही है। अदालत ने ऐसे मामले में एक घंटे के अंदर ही प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश भी दिया।
केरल उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से डाक्टरों पर हो रहे हमले पर उठाए जा रहे कदम के बारे में पुछा तथा अदालत ने सरकार को डाक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। कोर्ट ने पुलिस थाना को निर्देश दिया कि डाक्टरों या कर्मचारियों पर हमला होने के एक घंटे के भीतर ही मामला दर्ज करने को कहा। कोर्ट ने सरकार से यह भी बताने का निर्देश देने को कहा कि राज्य में ऐसे मामले पर सरकार सुरक्षा के लिए क्या उपाय किए हैं और किस प्रकार के कदम उठाए जा सकते हैं।
कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा, ‘राज्य में हर माह इस प्रकार के 10 मामले सामने आ रहे हैं। महिला डाक्टरों के खिलाफ यौन हमले भी हो रहे हैं। इस साल पांच मामले ऐसे ही आए हैं। अस्पतालों में पुलिस सहायता चौकियां हैं या नहीं, कितनी घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है, हमला न करने की हिदायत देने का कोई मतलब नहीं है। अगर किसी डॉक्टर, नर्स, सुरक्षा और अन्य कर्मचारियों पर हमला होता है, तो तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए ।