पूर्व कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई आज बीजेपी में शामिल होंगे. वह सुबह बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं. बता दें कांग्रेस के विधायक कुलदीप बिश्नोई ने बुधवार को हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था. आदमपुर से मौजूदा विधायक बिश्नोई ने विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को अपना इस्तीफा सौंपा. बिश्नोई के इस्तीफे के बाद अब हिसार जिले की आदमपुर सीट पर उपचुनाव कराना होगा.कांग्रेस ने जून में हुए राज्यसभा चुनाव में बिश्नोई के ‘क्रॉस वोटिंग’ करने के बाद उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था. चार बार विधायक और दो बार सांसद रहे बिश्नोई पार्टी से पहले से ही नाराज चल रहे थे. इस साल की शुरुआत में उन्हें कांग्रेस की हरियाणा इकाई के प्रमुख पद पर नियुक्त न किए जाने के बाद उन्होंने बगावती तेवर अपना लिए थे.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई दूसरी बार कांग्रेस से नाता तोड़ रहे हैं. पार्टी से अलग होने के बाद करीब छह साल पहले ही वह दोबारा कांग्रेस से जुड़े थे. वर्ष 2005 में राज्य में कांग्रेस की जीत के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बिश्नोई और उनके पिता भजनलाल ने 2007 में हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) बनाई थी. हजकां ने बाद में बीजेपी और दो अन्य दलों के साथ गठबंधन कर लिया था और 2014 का लोकसभा चुनाव हरियाणा में साथ लड़ा था. हालांकि, विधानसभा चुनाव से पहले यह गठबंधन टूट गया था. करीब छह साल पहले बिश्नोई कांग्रेस में लौटे थे. हालांकि, वापसी के बावजूद उनके और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच संबंध कभी गर्मजोशी भरे नहीं रहे. कांग्रेस से औपचारिक रूप से अलग होने के बाद बिश्नोई ने कहा, ‘‘ मैं एक आम कार्यकर्ता के तौर पर बीजेपी में शामिल हो रहा हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपनी और अपने समर्थकों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है.’’ इस्तीफा देने के बाद बिश्नोई ने कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को आदमपुर से चुनाव लड़ने की चुनौती दी. उन्होंने कहा, ‘‘ हुड्डा ने मुझे चुनौती दी थी कि कुलदीप बिश्नोई (बीजेपी में शामिल होने से) पहले इस्तीफा दें. मैं अब उन्हें, जो 10 साल तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं, चुनौती देता हूं कि आदमपुर में मेरे या मेरे बेटे के खिलाफ चुनाव लड़ें.’’