गुना। ऑपरेशन माफिया मुक्त मुहिम चांचौड़ा-बीनागंज से शुरू होकर शनिवार को गुना पहुंच गई। सिंगवासा के पास करीब 50 बीघा सरकारी जमीन को मुक्त कराया गया। इस पर एक दबंग परिवार ने लगभग 35 साल से कब्जा जमाकर रखा हुआ था। इस जमीन पर उसने चना, गेहूं और गन्ने की फसल भी बो दी थी। एसडीएम शिवानी गर्ग ने खुद ट्रैक्टर चलाकर सरकारी जमीन पर बोई गई फसल को रौंद दिया। वहीं गन्ने की फसल को उखाड़ने के लिए जेसीबी का इस्तेमाल किया गया।
कब्जा हटाने पहुंची टीम में तहसीलदार सोनू गुप्ता भी शामिल थे। यहां जिस परिवार के लोगों ने कब्जा किया हुआ था उनमें जयसिंह, अजब सिंह, रणधीर सिंह, बृजेंद्र सिंह यादव आदि शामिल थे। एसडीएम ने बताया कि इस परिवार को कई बार नोटिस जारी किया गया था।
15 साल पहले नपा को आवंटित कर दी गई थी जमीन : करीब 15 साल पहले यह जमीन नगर पालिका को आवंटित की गई थी। दरअसल गुना-अशोकनगर रोड के दोनों ओर दो पार्क विकसित करने की योजना थी। एक का नाम आमोद पार्क था, जो आकार ले चुका था। हालांकि बाद में नपा के अधिकार क्षेत्र को लेकर उठाए गए सवालों के बाद इसे भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। इसके ठीक सामने की जमीन पर प्रमोद पार्क विकसित करने की योजना थी।
बमोरी में सरकारी जमीन पर बने मकान को तोड़ा
परांठ रोड के पास बन रहे एक मकान को राजस्व अमल ने शनिवार को तोड़ दिया। तहसीलदार मोहित जैन के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि उक्त जमीन पर पहले कच्चा मकान था। बीते कुछ दिनों के दौरान इसकी आड़ में पक्का निर्माण शुरू करवा दिया गया था।