व्यारा. तापी जिले की व्यारा तहसील तेंदुए का आश्रय स्थल बन गया है। तेंदुए पालतू पशुओं का शिकार करने के बाद अब आदमियों पर भी हमला करने लगे हैं। शुक्रवार को व्यारा तहसील के खुशालपुरा गांव की 35 वर्षीय महिला अपनी सास के साथ खेत में घास काट रही थी, तभी अचानक तेंदुए ने हमला कर दिया। तेंदुए ने महिला के मुंह पर इतने जोर से पंजा मारा की उसकी एक आंख में चोट लग गई। महिला ने हिम्मत करते हुए हंसिए से मारकर तेंदुए को भगा दिया। महिला को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया।
बहू के साथ सास ने भी दिखाई हिम्मत
जानकारी के अनुसार व्यारा तहसील के खुशालपुरा गांव में राकेश चौधरी पत्नी हर्षा और मां वीरूबेन के साथ रहते और खेती करते हैं। शुक्रवार को हर्षाबेन अपनी सास वीरूबेन के साथ खेत में घास काटने गई थी, तभी तेंदुए ने वर्षाबेन पर हमला कर दिया। सास-बहू ने हिम्मत करते हुए हंसिए से मारकर तेंदुए को भगा दिया। तेंदुए के हमले में हर्षाबेन की एक आंख में चोट लग गई। सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने वन विभाग से खेत में पिंजरा रखने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि दस दिन पहले तेंदुए ने बछड़े का शिकार किया था।
खेत में काम करते समय किया हमला
मैं बहू के साथ खेत में घास काट रही थी, तभी तेंदुए ने अचानक उस पर हमला कर दिया। बहू ने हिम्मत दिखाते हुए हंसिए से तेंदुए को जोर से मारा। तेंदुआ खेत की ओर भाग गया। इस घटना के बाद अब खेत में जाने से डर लगने लगा है। तेंदुए के हमले में बहू घायल हो गई। फर्स्ट पर्सन वीरूबेन चौधरी, खुशालपुर
ग्रामीण बरतें सावधानी
खेत में जाने से पहले ग्रामीणों को पटाखे फोड़ना चाहिए। धमाके की आवाज सुनकर तेंदुए भाग जाते हैं। थाली बजाते या शोर मचाते हुए भी खेत में जा सकते हैं। आवाज सुनकर तेंदुए पास नहीं आते हैं। – जतिन राठौड़, फ्रेंड्स ऑफ एनीमल वेल्फेयर ट्रस्ट, बारडोली