प्रदेश के 100 से अधिक संगठनों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत काे पत्र लिखकर कोरोना लॉकडाउन के चलते पलायन कर चुके मजदूरों को भूखमरी और बेरोजगारी से बचाने के लिए महात्मा गांधी नरेगा को पूरी सक्रियता के साथ चलाए जाने की मांग को लेकर पत्र लिखा।
यह मांगें उठाई :
महात्मा गांधी नरेगा को कोविड़ उचित व्यवहार की पालना करते हुए, लोगों को दूर-दूर काम देते हुए चलाया जाए, कार्यों की योजना ऐसे बनाई जाए कि लोगों के बीच दूरी भी बनी रहे और जितने लोग काम मांगे उन्हें काम भी मिल जाए। एक कार्य पर केवल 30 मजदूरों को लगाए जाने वाले आदेश को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाए।
जो भी व्यक्ति या परिवार में जितने भी लोग काम मांगे, उनको काम के आवेदन फार्म नं. 6 की रसीद दी जाए। बड़े पैमाने पर सभी ग्राम पंचायतों में कार्य स्वीकृत किए जाएं। अधिकतर ग्रामीण लोग भी कोविड़ की बीमारी से निकले हैं इसलिए अभी उनके द्वारा नरेगा में दिया गया टास्क किया जाना बहुत मुश्किल है इसलिए अभी नरेगा के टास्क को आधा किया जाए।
महात्मा गांधी नरेगा कानून में यह प्रावधान है कि जब कोई प्राकृतिक आपदा आ जाए तो राज्य या केंद्र सरकार को अतिरिक्त 50 दिन का रोजगार उस वर्ष दिया जाए, इसलिए हमारा आग्रह है कि राज्य मद से 50 दिन का अतिरिक्त रोजगार राज्य के लोगों को इस महामारी के समय में दिया जाए। पूरे प्रदेश में नरेगा में काम मांगो अभियान चलाया जाए।