- CN24NEWS-15/06/2019
खास बातें
- बंगाल सरकार ने हड़ताली डॉक्टरों को बातचीत के लिए बुलाया लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि मुख्यमंत्री खुद आकर उनकी समस्याओं को सुनें और बिना शर्त माफी मांगे
- एनआरएस मेडिकल कॉलेज में दो इंटर्न की पिटाई के बाद देशभर के डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं
- पश्चिम बंगाल हिंसा के बाद डॉक्टर हड़ताल पर हैं और राज्य देशभर से इसे व्यापक समर्थन मिल रहा है
- एम्स के रेसीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने ममता सरकार को मांगे मानने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से मुलाकात की
लाइव अपडेट
केंद्र ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा और वहां चल रही डॉक्टरों की हड़ताल पर राज्य सरकार से अलग-अलग रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। केंद्र ने शनिवार को यह कदम उठाया। राज्य में पिछले चार सालों में राजनीतिक हिंसा में लगभग 160 लोग मारे गए हैं।- सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने प. बंगाल सरकार को एडवाइजरी जारी की।
Sources: Ministry of Home Affairs (MHA) issued another advisory to West Bengal state government on the ongoing strike by doctors and sought a report on the matter urgently.
— ANI (@ANI) June 15, 2019
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के रेसीडेंट डॉक्टर्स ने हेलमेट पहनकर अपना सांकेतिक विरोध प्रदर्शन जारी रखा है।
Delhi: Resident doctor at All India Institute of Medical Sciences continues with symbolic protest by wearing helmet. #DoctorsProtest pic.twitter.com/pTvkkS1MgR
— ANI (@ANI) June 15, 2019
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक वीके तिवारी ने कहा, ‘रेसीडेंट डॉक्टर्स आज हड़ताल पर हैं। उन्होंने ओपीडी और वार्ड में अपनी सेवाएं देने से मना किया है। आपातकालीन सेवाएं सामान्य तौर पर जारी हैं। हम पश्चिम बंगाल में हुई घटना की निंदा करते हैं।’