महाराष्ट्र के एक कॉलेज ने कैंपस में जींस पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है। चेंबूर के आचार्य मराठे कॉलेज की ओर से जारी आधिकारिक नोट में कहा गया है कि जींस पहनने वाले छात्रों को कॉलेज परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। नोटिस में यह भी कहा गया है कि पुरुष छात्रों को औपचारिक पोशाक में कॉलेज आना चाहिए।
नोटिस में कहा गया है कि छात्राओं को जातीय या पश्चिमी पोशाक पहनने की अनुमति दी गई है। हालांकि, ऐसी कोई भी पोशाक जिससे उनका धर्म पता चले, उसे पहनने की अनुमति नहीं दी जाएगी। नोटिस में कहा गया है, “छात्र हाफ शर्ट या फुल शर्ट और ट्राउजर पहन सकते हैं। लड़कियां कोई भी भारतीय या पश्चिमी पोशाक पहन सकती हैं। छात्र ऐसी कोई पोशाक नहीं पहनेंगे जो धर्म का खुलासा करती हो या सांस्कृतिक असमानता दिखाती हो।” इसमें कहा गया है, “नकाब, हिजाब, बुर्का, स्टोल, टोपी, बैज आदि को ग्राउंड फ्लोर पर कॉमन रूम में जाते समय उतारना होगा और उसके बाद ही वे कॉलेज परिसर में घूम सकेंगे। फटी जींस, टी-शर्ट, खुले कपड़े और जर्सी पहनने की अनुमति नहीं है।”

इस बीच, कुछ छात्र जो नोटिस जारी होने के दिन कॉलेज नहीं आये थे, उन्हें अगले दिन नए ड्रेस कोड के कारण परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। जानकारी के अनुसार, कॉलेज की कम से कम नौ छात्राओं ने कॉलेज के आदेश के खिलाफ मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। हालांकि, उनकी याचिका खारिज कर दी गई।