पटना. राजीवनगर में पंचवटी रत्नालय में हुई डकैती को नेताजी गिरोह ने अंजाम दिया था। गिरोह के सरगना रवि गुप्ता उर्फ नेताजी उर्फ रवि पेशेंट उर्फ मास्टरजी समेत 3 डकैतों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मुख्यालय ने सोमवार को यह राज खोला। अपराधियों के पास से करीब 1.18 करोड़ के सोने-चांदी के आभूषण व कैश के अलावा घटना में इस्तेमाल की गई बैग आैर हथियार आदि बरामद किए गए हैं।
बीते 21 जून को दिनदहाड़े आशियाना-दीघा रोड स्थित पंचवटी रत्नालय से करीब 5 करोड़ के सोने-चांदी आदि के आभूषणों के साथ 13 लाख कैश लूटे गए थे। एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार के मुताबिक ‘मास्टर माइंड’ रवि गुप्ता ने साजिश रची थी। डकैती में कुल 10 अपराधियों की संलिप्तता थी।
राजधानी की सबसे बड़ी डकैती में सोने-चांदी के आभूषण को लेकर सरगना रवि गुप्ता अपने कुछ गुर्गों के साथ पटना छोड़ने की फिराक में था। दीघा थाने के कुर्जी बालू पर इलाके में अपराधियों के आने की भनक मिलते ही एसआईटी हरकत में आ गई। इलाके की घेराबंदी करके सादे लिबास में पुलिस टीम द्वारा चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही थी। इसी क्रम में संदिग्धों के लोकेशन पर छापेमारी में रवि गुप्ता समेत तीन हथियारबंद अपराधी पकड़े गए, जबकि कुछ अन्य अपराधी भागने में सफल रहे। करीब 24 घंटे तक यह आॅपरेशन चला।
24 घंटे चला ऑपरेशन, गुर्गे के घर मिला आभूषण व अन्य सामान
10 दिनों तक चली लुका-छिपी के बाद पकड़े गए अपराधियों रवि गुप्ता (सादिकपुर मछुआ टोली), सिपू कुमार (कुर्जी बालू पर, दीघा) व विकास कुमार माली (गायघाट, आलमगंज) का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। पूछताछ के क्रम में अपराधियों ने पंचवटी रत्नालय में हुई डकैती में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। फिर उनकी निशानदेही पर कुर्जी बालू पर विकास नगर स्थित गुर्गे सिपू के ठिकाने से करीब 1.12 करोड़ के आभूषण आदि बरामद किए गए। लूटे गए अन्य आभूषण डकैती में शामिल दूसरे अपराधियों के पास हैं।
एफआईआर में पीड़ित व्यवसायी ने डकैती के दौरान 4 से 5 करोड़ रुपए के आभूषण, रत्न आदि लूटे जाने की जानकारी दी थी। एडीजी मुख्यालय ने बताया कि डकैती में शामिल अन्य अपराधियों की पहचान हो चुकी है। उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
बरामदगी
- सोना – सवा 3 किलो (1.10 करोड़ रुपए)
- चांदी – सवा किलो (75 हजार रुपए)
- रत्न – 300 ग्राम (1 लाख रुपए)
- कैश – 6.30 लाख रुपए
- बाइक व बैग – 01-01 (घटना में इस्तेमाल)
- देसी पिस्तौल – 03
- कारतूस – 07