महोबा. हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा एक कैदी गुरुवार को चलती ट्रेन से कूदकर टीकामऊ के जंगलों में फरार हो गया। पुलिस ने जंगलों में कॉबिंग शुरू की तो देर रात उसकी मुठभेड़ जवानों से हो गई। पुलिसकर्मियों को देखते ही कैदी उन पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। बचाव में पुलिस ने फायरिंग की। इस दौरान पैर में गोली लगने से कैदी घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां से उसे झांसी रेफर कर दिया गया।
इलाज कराकर वापस लौट रहे सिपाही
कहरहा कला निवासी मदन पाल कुशवाहा डबल मर्डर के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है। हाथ में तकलीफ की शिकायत पर पुलिस ने उसका उपचार कानपुर में कराया। गुरुवार को पुलिसकर्मी अनिल व आलोक उसे कानपुर पैसेंजर ट्रेन से महोबा जेल वापस ला रहे थे। लेकिन रात में वह टीकामऊ के पास ट्रेन की रफ्तार कम होते ही रस्सी छुड़ाकर ट्रेन से कूदकर भाग निकला।
दो लोगों की हत्या का है आरोप
फरारी की सूचना पाकर पुलिस बरीपुरा रेलवे स्टेशन के समीप कॉबिंग करने लगी। देर रात कैदी टीकामऊ गांव के तालाब के पास छिपा बैठा मिला। घेराबंदी करने के लिए पुलिस आगे बढ़ी तो कैदी ने पथराव कर दिया और भागने लगा। इसी दौरान पुलिस की फायरिंग से उसके बाएं पैर में गोली लगी और वह गिर गया। मदन पाल कुशवाहा को इसी साल 6 जून को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है।