प्रयागराज. भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने प्रयागराज स्थित अपना आशियाना ‘आंगिरस’ बेच दिया। काफी दिन से ऐसी अटकलें लग रहीं थी कि जोशी जल्द ही अपना बंगला बेचने वाले हैं। करीबीयों के अनुसार पिछले कुछ सालों से जोशी का यहां आना-जाना भी काफी कम हो गया था। उप निबंधक की मौजूदगी में बुधवार शाम बंगले का सौदा हुआ। इस बंगले को पांच लोगों ने मिलकर खरीदा है।
उप निबंधक कमला देवी ने बताया कि डाॅ. जोशी रजिस्ट्रार कार्यालय आने में असमर्थ थे। प्रमाण पत्र सीएमओ द्वारा दिया गया। घर पर रजिस्ट्री कराने का 5000 रुपये कमीशन भी दिया गया, जिसके उपरांत जोशी के मकान पर रजिस्ट्री की सुविधा मुहैया कराई गई।
उन्होंने बताया कि टैगोर टाउन स्थित बंगला नंबर 10-ए का क्षेत्रफल 573 वर्गमीटर है। इसे डाॅ. हर्षनाथ मिश्र के पुत्र डॉक्टर आनंद मिश्रा ने 4 करोड़ 70 लाख रुपये में खरीदा और 32 लाख 90 हजार रुपए स्टांप शुल्क दिया। डाॅक्टर हर्षनाथ के दूसरे बेटे अनुपम मिश्र की पत्नी नीलिमा मिश्रा ने 118.17 वर्ग मीटर ओपेन एरिया 80 लाख रुपये में खरीदा और 5 लाख 60 हजार रुपए स्टांप शुल्क दिया।
कमला देवी ने बताया कि हनुमान गंज निवासी धरनीधर द्विवेदी ने बंगले के पीछे का 80.26 वर्ग मीटर ओपेन एरिया 55 लाख रुपये में खरीदा। बंगले में 84.73 वर्ग मीटर खुली जमीन की संध्या कुशवाहा और उनकी बहन प्रियंका कुशवाहा ने संयुक्त रूप से 60 लाख रुपये में रजिस्ट्री कराई और 4 लाख 10 हजार रुपये स्टांप शुल्क अदा किया। रजिस्ट्री के दौरान बैंक एवं दिवानी के अधिवक्ताओं के साथ ही खरीदारों के गवाह भी मौजूद थे।
प्रयागराज से जोशी का रहा है खास लगाव
भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी का प्रयागराज से गहरा नाता रहा है। मूल रूप से उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले जोशी मेरठ कॉलेज से बीएससी पास करने के बाद 1951 में एमएससी में प्रवेश के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आए थे।उन्होंने पढ़ाई पूरी करने के बाद 1953 में प्रो. देवेन्द्र शर्मा के निर्देशन में शोध किया और बाद में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ही अध्यापन का काम शुरू किया। इस बंगले में भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर के. बनर्जी रहते थे।